भारत में 15 नए मॉडल लेकर आएगी सुजुकी
जापानी कार कंपनी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन (एसएमसी) ने अगले 5 साल में भारत में करीब 15 नए मॉडल पेश करने की योजना बनाई है ताकि उसकी भारतीय इकाई मारूति सुजुकी को 2020 तक सालाना 20 लाख कारें बेचने का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिल सके। सुजुकी मोटर के अध्यक्ष टी
जर्मनी। जापानी कार कंपनी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन (एसएमसी) ने अगले 5 साल में भारत में करीब 15 नए मॉडल पेश करने की योजना बनाई है ताकि उसकी भारतीय इकाई मारूति सुजुकी को 2020 तक सालाना 20 लाख कारें बेचने का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिल सके।
सुजुकी मोटर के अध्यक्ष टी सुजुकी ने कहा कि मारूति सुजुकी इंडिया अगले 100 साल के लिए समूह की योजनाओं में कई टर्बो वाले इंजन के तौर पर महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी। सुजुकी ने कहा, 'हमारी योजना अगले 5 साल में 20 नए मॉडल पेश करने की है। इन 20 मॉडलों में से केई जिदोशा (मिनी कारों) को छोड़कर बाकी भारत में पेश किए जाएंगे।' भारतीय बाजार के महत्त्व पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, 'ऐसा कहा जाता है कि 2025 तक भारत विश्व में तीसरा सबसे बड़ा वाहन बाजार होगा। सुजुकी मोटर में हमने इस अवसर का दोहन करने करने की तैयारी की है।'
मारुति सुजूकी है सबसे प्रभावी ब्रांड
कार बाजार की अग्रणी कंपनी मारुति सुजूकी इंडिया सबसे अधिक प्रभावी बांडों की सूची में शीर्ष पर है। वैश्विक बाजार अनुसंधान फर्म जेडी पावर ने अपने एक अध्ययन में यह बात कही है। इस सूची में दूसरे पायदान पर हुंडई मोटर इंडिया और तीसरे स्थान पर टोयोटा किर्लोस्कर मोटर मौजूद हैं। जेडी पावर एशिया पैसिफिक के अध्ययन '2015 इंडिया ब्रांड इन्फ्लूएंस ऐंड पोजिशनिंग स्टडी' के अनुसार, मारुति सुजूकी 839 अंकों (1,000 अंकों के पैमाने में) के साथ सूची में सबसे ऊपर है। जबकि हुंडई 767 अंकों के साथ दूसरे और टोयोटा 744 अंकों के साथ तीसरे पायदान पर मौजूद है।
अध्ययन में कहा गया है कि 2015 में सबसे अधिक और सबसे कम अंकों के बीच ब्रांड प्रभाव का अंतर 259 अंकों का रहा जो 2014 में 272 अंक रहा था। साल 2014 के अध्ययन में 700 से कम अंक हासिल करने वाले सभी ब्रांडों के प्रदर्शन में इस साल दहाई अंक में सुधार हुआ है। इसमें सबसे अधिक 44 अंकों का सुधार महिंद्रा ब्रांड में देखा गया है। जबकि रेनो में 28 और निसान में 23 अंकों का सुधार दर्ज किया गया है।
जेडी पावर एशिया पैसिफिक के कार्यकारी निदेशक मोहित अरोड़ा ने कहा, 'उपभोक्ताओं ने हाल में बाजार में आने वाले ब्रांडों के मुकाबले कई वर्षों से बाजार में मौजूद ब्रांड के अनुकूल राय जाहिर की।' उन्होंने कहा कि ब्रांड का प्रभाव काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि अपने शुरुआती ग्राहक आधार के साथ उसने कैसा संबंध स्थापित किया। सर्वेक्षण के अनुसार, 555 अंकों के साथ डैटसन और 580 अंकों के साथ मित्सुबिशी कम प्रभाव वाले ब्रांडों में शामिल हैं। यह अध्ययन उन 8,507 कार मालिकों से बातचीत पर आधारित है जिन्होंने 30 से 42 महीनों के भीतर अपने वाहन खरीदे हैं। इसके लिए जनवरी से अप्रैल 2015 के बीच देश के 30 शहरों का दौरा किया गया और विभिन्न ब्रांडों के बारे में कार मालिकों से राय ली गई।