Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    काबिल बनें किताबी नहीं

    By Rajesh NiranjanEdited By:
    Updated: Tue, 09 Dec 2014 03:16 AM (IST)

    हाल में बीएचयू आइआइटी के स्टूडेंट्स को सालाना 2 करोड़ रुपये तक के जॉब ऑफर और आइआइटी कानपुर के स्टूडेंट्स को 1-1 करोड़ के ऑफर से एक बार फिर यह साबित होता है कि काबिल युवाओं के लिए आकर्षक पैकेज वाली नौकरियों की कमी नहीं। बस जरूरत इस बात की

    हाल में बीएचयू आइआइटी के स्टूडेंट्स को सालाना 2 करोड़ रुपये तक के जॉब ऑफर और आइआइटी कानपुर के स्टूडेंट्स को 1-1 करोड़ के ऑफर से एक बार फिर यह साबित होता है कि काबिल युवाओं के लिए आकर्षक पैकेज वाली नौकरियों की कमी नहीं। बस जरूरत इस बात की है कि युवा किताबी बनने की बजाय अपनी स्किल यानी काबिलियत को ज्यादा से ज्यादा निखारने पर ध्यान दें। क्यों जरूरी है काबिल बनना, बता रहे हैं अरुण श्रीवास्तव...

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    देश के तमाम कॉलेजों-विश्वविद्यालयों-बिजनेस स्कूलों में पढ़ रहे युवाओं को हाल की इस खबर को पढ़-सुन कर काफी अचरज और साथ में उन युवाओं पर फख्र भी हो रहा होगा, जिन्हें दुनिया की जानी-मानी कंपनियों द्वारा सालाना 2 करोड़ रुपये तक की सैलरी का ऑफर मिला है। जैसा कि आपने पढ़ा होगा आइआइटी बीएचयू के स्टूडेंट को कोर्स पूरा होने से पहले ही एमएनसी ओरेकल ने 2.03 करोड़ रुपये सालाना की सैलरी पर नियुक्त किया है, जबकि एक दूसरे स्टूडेंट को गूगल माउंटेन व्यू ने 1.63 करोड़ रुपये सालाना का जॉब ऑफर दिया है। कैंपस प्लेसमेंट के जरिए आइआइटी बीएचयू के डेढ़ सौ से ज्यादा अन्य छात्रों को बहुराष्ट्रीय और भारतीय कंपनियों द्वारा लाखों रुपये के पैकेज वाली नौकरियां दी गई हैं। यह सिलसिला अभी आगे भी जारी रहेगा। इस संदर्भ में आइआइटी बीएचयू के ट्रेनिंग ऐंड अप्वाइंटमेंट सेल के हेड सहित इंडस्ट्री एक्सपट्र्स का भी मानना है कि नौकरियों की कोई कमी नहीं है। कंपनियों को निराशा इसलिए होती है, क्योंकि स्टूडेंट उनके मुताबिक खुद को नहीं ढाल पाता। स्टूडेंट्स को कंपनियों की कार्यशैली के हिसाब से खुद को ढालना चाहिए।

    बिजनेस नहीं है एजुकेशन

    यह विडंबना ही है कि हमारे देश में आज भी अधिसंख्य संस्थान परंपरागत फार्मूले पर चलते हुए किताबी पढ़ाई और एग्जाम पास करने पर ही जोर देते हैं। बदलते वक्त के साथ स्टूडेंट्स के टैलेंट को निखारने की तरफ कोई ज्यादा ध्यान नहीं देता। दरअसल, अधिकतर संस्थान (खासकर नए खुलने वाले स्कूल-कॉलेज) स्किल डेवलपमेंट सेंटर की बजाय शिक्षा की दुकान बन गए हैं, जहां संस्थान का ध्यान अपने मुनाफे की तरफ कहीं ज्यादा होता है। यही कारण है कि पिछले कुछ वर्षों में सैकड़ों नए कॉलेजों के सामने आने के बावजूद युवाओं को उपयुक्त अपडेटेड एजुकेशन नहीं मिल पा रहा, जबकि एजुकेशन हासिल करने पर खर्च काफी बढ़ गया है। आइआइएम, आइआइटी और इसके समकक्ष कुछ ही संस्थान इंडस्ट्री और जॉब मार्केट की जरूरतों के मुताबिक अपने सिलेबस को नियमित रूप से बदलते और अपडेट करते रहते हैं। ऐसे में वहां के स्टूडेंट्स देश और दुनिया की कंपनियों द्वारा हाथों-हाथ लिए जाते हैं।

    क्वालिटी पर जोर

    आज जरूरत इस बात की है कि संस्थानों की कारोबारी मानसिकता पर अंकुश लगाते हुए उन्हें क्वालिटी एजुकेशन उपलब्ध कराने के लिए विवश किया जाए। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों को भी बिना विलंब सक्रिय और ठोस पहल करनी चाहिए, ताकि देश के किसी भी संस्थान में पढऩे वाले युवा को क्वालिटी एजुकेशन से वंचित न होना पड़े और उसे अपनी स्किल के बल पर आसानी से नौकरी मिल सके। इसके लिए इंडस्ट्री से इंटरैक्शन करके उपयोगी करिकुलम-सिलेबस डेवलप करने और उसे कड़ाई से लागू कराने पर जोर होना चाहिए। टीचर-फैकल्टी भी ऐसे चुने जाएं, जिनमें सीखने-जानने का पैशन हो। जो टीचिंग के पेशे को नौकरी समझने की बजाय उसे इंज्वॉय करते हों।

    बनाएं अपनी राह

    खुद की स्किल को डेवलप करने की सबसे ज्यादा जिम्मेदारी खुद युवाओं के ऊपर है। हमें सिर्फ दुनिया की सर्वाधिक युवा आबादी वाला देश बनकर ही गर्व नहीं करते रहना चाहिए, बल्कि हमें अपनी इस युवा ताकत को समझते हुए उसका सदुपयोग देश के निर्माण में करना चाहिए। ऐसा करने के लिए हमें सबसे पहले अपने भीतर छिपे टैलेंट को जानने-समझने और उसे डेवलप करने पर ध्यान देना होगा। दूसरों की बनाई राह पर चलने की बजाय अपनी रुचि के मुताबिक अपनी राह खुद बनाएं और उस पर आगे बढ़ें। आप कह सकते हैं कि आपका मन तो इस फील्ड में काम करने का खूब करता है, पर आपको इसके बारे में कुछ पता ही नहीं। यह उदासीन रवैया छोड़ें और अपनी रुचि के क्षेत्र में अपनी योग्यता को बढ़ाने-संवारने का अनवरत प्रयास करें। अपनी स्किल को बढ़ते देख आप खुद को कॉन्फिडेंट महसूस करने लगेंगे और फिर कभी न तो पीछे मुड़कर देखेंगे और न ही कभी नकारात्मक बातें ही मन में आएंगी।

    पढ़ें पर गढ़ें भी

    अगर आपको आइआइटी, एनआइटी जैसे संस्थानों में किसी कारण एडमिशन नहीं मिला, तो इससे हताश-निराश न हों। आपको जहां कहीं, जिस कोर्स में भी प्रवेश मिलता है, आप उस पर फोकस करने के साथ-साथ अपने इंट्रेस्ट वाले फील्ड में खुद की स्किल बढ़ाने की दिशा में पहल करें। अपने मन के डर-संकोच को निकाल फेंके और पढ़ाई के बाद बचे समय (साथ ही छुट्टियों में भी) में अपनी स्किल को तराशने का प्रयास करें। अगर किसी तकनीकी फील्ड में इंट्रेस्ट रखते हैं, तो उससे संबंधित लोगों/विशेषज्ञों से मिलने-जुलने और उनके टिप्स लेने का प्रयास करें। खुद को सदा विनम्र रखकर कोशिश करेंगे, तो कहीं न कहीं मौका जरूर मिलेगा। एक बार अवसर मिल जाने पर उसे हाथ से कतई न जाने दें। अपनी लगन और मेहनत से मददगारों को प्रभावित करें, ताकि उन्हें आगे भी आपकी मदद करने या आपकी संस्तुति करने में खुशी महसूस हो।

    'नहीं' से रहें दूर

    कुछ लोग किसी भी काम को करने से पहले ही तमाम तरह की कमियां गिनाकर या संसाधनों की कमी का रोना रोते हुए यह कह देते हैं, इसके बिना यह काम कैसे होगा? मुझे तो इस बारे में कुछ पता ही नहीं। मैं तो यह कर ही नहीं सकता। ध्यान रखें, जब तक आपके शब्दकोश में 'नहीं' या 'ना' शब्द होगा, आप उत्साह के साथ किसी भी क्षेत्र में कदम नहीं बढ़ा सकेंगे। इसकी बजाय अपने मन में हमेशा यह बात रखें कि 'हां, मैं इस काम को जरूर कर सकता हूं।' इस तरह की इच्छा-शक्ति तभी पैदा कर सकेंगे, जब आप कोई भी काम सीखने-जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहेंगे। सीखने की ललक आपका ज्ञान तो बढ़ाएगी ही, आपके कॉन्फिडेंस लेवल को भी बढ़ाती रहेगी। ऐसे में आप दूसरों के सामने, पब्लिक प्लेटफॉर्म पर, कैंपस प्लेसमेंट या इंटरव्यू के दौरान खुद को बेहतर और प्रभावशाली तरीके से पेश कर सकेंगे।

    * चाहते हैं कि आप नहीं, बल्कि नौकरी आपके पीछे-पीछे चले, तो खुद को काबिल बनाने की राह पर आगे बढ़ाने की पुरजोर पहल करें।

    * संसाधनों का रोना रोने या खुद को अक्षम मानने की बजाय अपनी रुचि के क्षेत्र में खुद को हर तरह से योग्य बनाने का प्रयास करते रहें।

    * सिर्फ स्कूल/कॉलेज या संस्थानों के भरोसे रहने के बजाय स्किल डेवलपमेंट के लिए खुद भी हमेशा प्रयास करते रहें।

    * सामने आने वाले अवसर को पहचानें और उसे हाथ से न निकलने दें।

    पढ़े: सही समय पर सही शुरुआत

    comedy show banner
    comedy show banner