देश में अघोषित आपातकाल, नहीं टिकेंगे मोदी: लालू
लालू ने कहा कि जनता को गुमराह कर वोट बटोरने में सफल रही भाजपा के दिन अब पूरे होने वाले हैं।

राज्य ब्यूरो, रांची। राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा है कि देश में अघोषित आपातकाल सी स्थिति है। किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं। देश में जैसे भाजपा की शाइनिंग इंडिया ने दम तोड़ दिया, वही स्थिति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया की होने वाली है। जनता को गुमराह कर वोट बटोरने में सफल रही भाजपा के दिन अब पूरे होने वाले हैं। मौजूदा हालात में मोदी सरकार पांच साल पूरा नहीं करेगी।
लालू गुरुवार को रांची के स्टेट गेस्ट हाउस में पत्रकारों से मुखातिब थे। चारा घोटाले के एक मामले में गवाही देने के लिए लालू गुरुवार की शाम रांची पहुंचे थे।
लालू ने कहा कि भाजपा को देश में वहीं जीत मिली, जहां वोटों का बिखराव हुआ है। इससे इतर जहां विपक्ष ने एकजुटता दिखाई, वहां उसे मात खान पड़ी। बिहार और झारखंड इसकी बानगी है। राजनीतिक दल यह अच्छी तरह समझ चुके हैं। देश की सांप्रदायिक ताकतों को धूल चटाने के लिए पटना में 28 अगस्त को महाजुटान होगा, जिसमें उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाग लेंगे।
झारखंड की चर्चा करते हुए कहा कि आदिवासियों के हितों को केंद्र में रखकर झारखंड अलग हुआ। सोच थी कि यहां आदिवासी मुख्यमंत्री बनेंगे। इससे इतर आदिवासियों का हित तो सधा नहीं, आदिवासी मुख्यमंत्री भी नहीं रहे।
किसान परेशान, कृषि मंत्री सीख रहे योग
एक ओर किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा, दूसरी ओर केंद्रीय कृषि मंत्री बाबा रामदेव से योग सीख रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर साल 12 हजार किसान आत्महत्या कर रहे हैं। इतना ही नहीं देश की सीमा और सीमावर्ती क्षेत्रों में घुसकर पाकिस्तानी आतंकवादी जवानों और आम जनता की हत्या कर रहे हैं और 56 इंच के सीने की बात करने वाली सरकार मौन है।
गोरक्षा के नाम पर खेल
लालू ने कहा कि गोरक्षा के नाम पर आरएसएस का एक खेमा खेल कर रहा है। देश में पशु मेले के नाम पर लगभग तीन लाख करोड़ का कारोबार होता है। गरीब-गुरबा का इससे सीधे जुड़ाव है। सरकार अब इसपर भी अप्रत्यक्ष रूप से प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रही है। अगर सरकार की नीयत साफ है तो वह ¨हदुओं के चारों धामों में पंडितों के साथ-साथ दलितों को भी आरक्षण दें।
बिना सिर-पैर के छापामारी का खेल
केंद्र सरकार विपक्ष को दबाने का हर कुत्सित प्रयास कर रही है। बिना सिर-पैर के बेटी-दामाद के यहां छापामारी का खेल रचा जा रहा है।
यह भी पढ़ेंः चारा घोटालाः सीबीआइ कोर्ट में उपस्थित हुए लालू और जगन्नाथ
यह भी पढ़ेंः झारखंड की स्वर्णरेखा को बनाएंगे जलमार्ग: नितिन गडकरी

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।