Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रांची में सांप्रदायिक तनाव, तोड़फोड़-पत्थरबाजी

    By Sachin MishraEdited By:
    Updated: Wed, 12 Apr 2017 10:07 AM (IST)

    रांची में हनुमान जयंती के दिन उपद्रव हुआ। कुछ देर के लिए अराजकता की स्थिति बन गई। पथराव, लाठीचार्ज व भगदड़ में कई लोग घायल हो गए।

    Hero Image
    रांची में सांप्रदायिक तनाव, तोड़फोड़-पत्थरबाजी

    जागरण संवाददाता, रांची। राजधानी में महात्मा गांधी मार्ग (मेन रोड) पर मंगलवार की दोपहर हनुमान जयंती के दिन उपद्रवियों ने सांप्रदायिक तनाव भड़काने की साजिश रची। नारे लगाते व गाना बजा जा रहे लोगों पर एकरा मस्जिद के समीप उपद्रवियों ने भड़काऊ गाना बजाने की बात कह हमला कर दिया। मारपीट के साथ उनके बैनर-पोस्टर्स व झंडे फाड़ डाले। इसके बाद माहौल बिगड़ गया। उपद्रव भी हुआ और कुछ देर के लिए अराजकता की स्थिति भी बनी। जमकर तोड़फोड़ हुई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उपद्रवियों ने सैनिक मार्केट से सर्जना चौक तक करीब डेढ़ दर्जन गाडि़यों में तोड़फोड़ की। दोपहर डेढ़ बजे से शाम चार बजे तक मेन रोड में अफरातफरी मची रही। पथराव एवं ¨हसक झड़क को देखते हुए पुलिस ने पहले भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के आधा दर्जन से अधिक गोले छोड़े। तब भी स्थिति नियंत्रित नहीं हुई तो लाठीचार्ज किया। पथराव, लाठीचार्ज और भगदड़ में अमित शर्मा व आदित्य सहित करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए। हालांकि पुलिस के डर से किसी उपद्रवी ने सरकारी अस्पताल का रुख नहीं किया। उन्होंने निजी तौर पर अपना इलाज कराया।

    पथराव में कुछ पुलिसकर्मी भी चोटिल हुए हैं। इस घटना की बाबत देर रात तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई थी।देर से जागे पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों की कड़ी मशक्कत और दोनों समुदायों के अमन-पसंद लोगों की पहल पर माहौल बिगड़ने से बच गया। जिस समय हनुमान जयंती का जुलूस निकला और उपद्रव भड़का, मेन रोड पर नाममात्र के पुलिस कर्मी तैनात थे। गनीमत रही कि हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया। कमिश्नर, डीआइजी, डीसी, एसएसपी सहित जिले के तमाम छोटे-बड़े अधिकारी दल-बल सहित मौके पर पहुंच गए। बेकाबू भीड़ डीआइजी के सामने भी गुस्से का इजहार कर रही थी।

    भीड़ की पत्थरबाजी में कुछ पुलिसकर्मी चोटिल भी हुए, लेकिन पुलिसकर्मियों ने हिम्मत दिखाई और बेकाबू भीड़ को हटाने के लिए लाठियां बरसाई। सबको खदेड़ा, जिसके बाद माहौल शांत हुआ। तनाव के दौरान दोनों समुदाय के शांति पसंद बुद्धिजीवी माइक से शांति की अपील करते रहे। प्रशासन ने उपद्रवियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद मामले को नियंत्रित किया जा सका। तनावग्रस्त इलाकों में सुरक्षा सख्त कर दी गई है। जिला पुलिस बल, जैप व झारखंड जगुआर के जवान इलाके में कैंप कर रहे हैं।

    विवाद का कारण

    हनुमान जयंती पर एक समुदाय के कुछ युवक एक पिकअप वैन पर लाउड स्पीकर लगाकर भड़काऊ गाना बजा नारे लगाते हुए सैनिक मार्केट की ओर से मेन रोड में बजरंगबली मंदिर आ रहे थे। दोपहर करीब डेढ़ बजे जैसे ही वे एमजी रोड में रतन पुलिस पोस्ट के आगे एकरा मस्जिद पहुंचे, दूसरे समुदाय के लोगों ने उनके बैनर-पोस्टर्स व झंडे फाड़ डाले। युवकों के साथ मारपीट भी की। इसके बाद मेन रोड पर अचानक तनाव भड़क गया। संकट मोचन हनुमान मंदिर के सामने सैकड़ों धर्मावलंबी जुट गए। तलवार, लाठी व भाला के साथ एकरा मस्जिद की ओर बढ़ने लगे। तभी दूसरी ओर से दूसरे समुदाय के लोग भी लाठी-डंडे व भाला से लैस होकर मेन रोड पर उतर गए।

    उनका कहना था कि उनके नमाज के समय मस्जिद के सामने से भड़काऊ गाना बजाकर कुछ लोग जा रहे थे, जिसका विरोध किया गया था। इस दौरान शहर में अफवाहें फैलने लगीं। बढ़ते तनाव के बीच धड़ाधड़ दुकानें बंद होने लगीं। बवाल होता देख आसपास की पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन तनाव बढ़ता रहा। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी पहुंच गए। वरीय अधिकारियों ने भी मोर्चा संभाल लिया। भीड़ बेकाबू थी।

    आक्रामक लोग पुलिस पर रोड़े भी बरसा रहे थे। पुलिस ने पहले तो चेतावनी दी लेकिन माहौल शांत न होता देख एक्शन में आ गई। आंसू गैस के गोले छोड़े गए। इसके बाद भी मामला शांत नहीं हुआ तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। लोगों को दूर तक खदेड़ कर उन्हें तितर-बितर कर दिया। एकरा मस्जिद के पास आयुक्त प्रदीप कुमार, डीआइजी अमोल वेणुकांत होमकर भी पहुंचे और शाम करीब चार बजे मेन रोड पर यातायात सुचारू हुआ।

    जानिए, किसने-क्या कहाः

    'एमजी रोड पर भड़काऊ गाना बजने के बाद विवाद हो गया था। दोनों समुदाय के बुद्धिजीवियों की पहल पर मामले को शांत करा लिया गया है। इस मामले में दोनों समुदाय के उपद्रवियों पर कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी।'

    -मनोज कुमार, उपायुक्त रांची।

    ---

    'दोनों समुदाय की ओर से जो भी आवेदन आएंगे, उनके आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। पूरे मामले की समीक्षा के बाद पुलिस भी कानूनन कार्रवाई करेगी।'

    -कुलदीप द्विवेदी, एसएसपी, रांची।

    देखें तस्वीरें, ​​​​​रांची में सांप्रदायिक तनाव

    यह भी पढ़ेंः नीरज हत्याकांड में भाजपा विधायक संजीव सिंह ने किया सरेंडर⁠⁠⁠⁠

    यह भी पढ़ेंः धनबाद में आयकर विभाग ने कई जगह की छापेमारी