अंतरराज्यीय टूरिज्म सर्किट बनाकर पर्यटन को करें विकसित: सीएम
सीएम ने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए टूरिज्म सर्किट बनाने का निर्देश दिया।

राज्य ब्यूरो, रांची। गुजरात और केरल से ज्यादा प्राकृतिक संसाधन होने के बावजूद भी पर्यटन के लिहाज से फिसड्डी झारखंड में अंतराष्ट्रीय स्तर का पर्यटक स्थल विकसित किए जाएंगे। इसको लेकर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने विभागीय अफसरों को कहा कि वे अंतरराज्यीय टूरिज्म सर्किट बनाकर समयबद्ध तरीके से काम करें। तारापीठ-मलूटी-बासुकीनाथ-देवघर सर्किट, बोधगया-इटखोरी सर्किट, रांची-रजरप्पा सर्किट और घाटशिला-डिमना-दलमा-चांडिल सर्किट पर जोर दें। यहां पर सुविधाएं विकसित करें।
पर्यटकों के आवागमन के लिए टूरिस्ट बसें चलाएं। बजरंगबली के जन्मस्थल अंजन धाम (गुमला) को विकसित कर इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करें। रजरप्पा मंदिर को वैष्णो देवी की तर्ज पर विकसित करें। वहीं पर्यटन क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों को भी शामिल करें। वे गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन में पर्यटन, कला सांस्कृतिक, खेलकूद व युवा कार्य विभाग की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यटन की काफी संभावना है। बेहतरीन प्राकृतिक संसाधनों के बाद भी उनका सही तरीके से प्रचार-प्रसार नहीं हो सका है। हमें झारखंड को विश्व के पर्यटन मानचित्र पर लाना है।
इसके लिए समयबद्ध तरीके से काम पूरा करना होगा। झारखंड में ऐसे कई पर्यटन स्थल हैं जो विदेशी मुद्रा आकर्षित कर सकते हैं। वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि शहर के प्रमुख हाईवे पर टूरिज्म की संभावना तलाशें। मुख्यमंत्री ने श्रावणी मेले की तैयारी की समीक्षा के लिए खुद देवघर जाने की बात कही।
रांची के बड़ा तालाब में विवेकानंद की प्रतिमा और पहाड़ी मंदिर पर रोपवे:
बैठक में पर्यटन सचिव राहुल शर्मा ने कहा कि झारखंड के डैम व फॉल को विकसित करने का काम शुरू कर दिया गया है। संताल के शिवगादी में रोपवे का काम जल्द शुरू होगा। रांची-जमशेदपुर रोड में दिउड़ी मंदिर के पास हाईवे टूरिज्म की शुरुआत की जा सकती है। उन्होंने बताया कि मई के तीसरे सप्ताह में रांची के बड़ा तालाब में विवेकानंद प्रतिमा लगाने का काम शुरू हो जाएगा। पहाड़ी मंदिर में रोपवे के लिए अगस्त तक टेंडर हो जाएगा।
गोवा के साथ करे संस्कृति साझा:
मुख्यमंत्री ने कहा कि कला संस्कृति में गोवा के साथ संस्कृति साझा करने की दिशा में अधिकारी काम करें। गोवा में झारखंड की समृद्धि संस्कृति के बारे में प्रचार प्रसार करें। वहां की संस्कृति के बारे में झारखंड के लोग जान सकेंगे। छात्रों के आदान-प्रदान के साथ भाषा का प्रसार करें।
हर साल जनजातीय महोत्सव:
मुख्यमंत्री ने कहा कि साल में एक बार जनजातीय महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसमें देश के जनजाति समाज के लोग हिस्सा लेंगे। सभी के बीच प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। जून तक कमल क्लब हो तैयार :कमल क्लब बनाने का काम जून तक पूरा करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने अफसरों को दिया। कहा कि पंचायत स्तर पर बनी टीम के प्रमुख को बुलाकर बैठक करें। राज्य में एक साथ सभी पंचायतों में किट का वितरण किया जाएगा। इसमें स्थानीय सांसद, विधायक रहेंगे। इनके बीच प्रतियोगिता होगी। इसके बाद प्रखंड स्तर और जिला स्तर पर प्रतियोगिता होगी। अंत में राज्य स्तर पर प्रतियोगिता होगी। विजेता टीम को पुरस्कृत किया जाएगा। इससे गांव में छिपी प्रतिभा सामने आएगी।
स्थानीय अंतरराष्ट्रीय खिलाडि़यों के नाम पर दिया जाएगा पुरस्कार:
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय अंतराष्ट्रीय खिलाडि़यों के नाम पर पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में बच्चों के लिए अच्छे कोच लाने की जरूरत है। हमारे जो खिलाड़ी सेवानिवृत्त हो गए हैं उनका भी उपयोग किया जाय। इससे उन्हें रोजगार मिलेगा और बच्चे प्रशिक्षित हो सकेंगे। पिछले साल विभिन्न प्रतियोगिता में पदक जीतनेवाले बच्चों को सम्मानित किया जाएगा। इसमें 59 स्वर्ण पदक, 31 रजत पदक व 85 कांस्य पदक विजेता शामिल हैं।
झारखंड को विश्व पर्यटन मानचित्र पर लाना है। यहां के पर्यटन स्थल विदेशी मुद्रा आकर्षित कर सकते हैं। स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा।
— Raghubar Das (@dasraghubar) May 4, 2017
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