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    नीरज सिंह हत्याकांड में भाजपा विधायक संजीव का समर्पण, जेल

    By Sachin MishraEdited By:
    Updated: Wed, 12 Apr 2017 09:23 AM (IST)

    धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के मामले में भाजपा विधायक संजीव सिंह ने थाने में आत्मसमर्पण कर दिया।

    नीरज सिंह हत्याकांड में भाजपा विधायक संजीव का समर्पण, जेल

    जागरण संवाददाता, धनबाद। झारखंड में धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के मामले में भाजपा विधायक संजीव सिंह ने सरायढेला थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। विधायक के खिलाफ सोमवार को कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट निर्गत हुआ था। विधायक इस कांड के नामजद अभियुक्त भी हैं। पुलिस ने विधायक के अलावा इस कांड के मुख्य सूत्रधार डब्ल्यू मिश्रा को भी जेल भेज दिया है। उसने ही इस पूरे मामले में विधायक के खिलाफ महत्वपूर्ण सुराग पुलिस को दिए हैं।

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    बोकारो प्रक्षेत्र के डीआइजी साकेत कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि इस वारदात में विधायक के खिलाफ पुख्ता सुबूत मिले हैं। नीरज सिंह की हत्या का कारण राजनीति में उनकी लोकप्रियता भी है। डीआइजी के मुताबिक विधायक के आवास में शूटर कई दिनों तक रुके थे और वारदात में प्रयुक्त हथियार भी यहीं रखे गए थे। उधर विधायक के खिलाफ वारंट निर्गत होने के बाद सुबह से ही सिंह मैंशन (विधायक संजीव का आवास) में समर्थकों का जमावड़ा लगा था। दोपहर बाद विधायक संजीव समर्थकों के साथ मैंशन से निकले और सीधे थाना पहुंचे।

    यहां डब्ल्यू मिश्रा को पहले से ही पुलिस ने रखा था। दोनों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की गई। इसके बाद विधायक की गिरफ्तारी की घोषणा डीआइजी ने कर दी। शाम में विधायक और डब्ल्यू मिश्रा को सीजेएम के आवास में हाजिर कराकर जरूरी प्रक्रिया पूरी की गई और फिर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। 21 मार्च को नीरज सिंह को स्टील गेट के समीप गोलियों से भून दिया गया था। उस वक्त नीरज चार सहयोगियों के साथ वाहन पर सवार थे और झरिया स्थित कार्यालय से अपने घर रघुकुल लौट रहे थे। नीरज के साथ उनके निजी सचिव अशोक यादव, निजी गार्ड मुन्ना तिवारी और चालक घोल्टू की भी मौत हो गई थी। 



    जानिए, कब-क्या हुआः
    21 मार्च : नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या, एडीजी सीआइडी के नेतृत्व में एसआइटी गठित।

    22 मार्च : विधायक संजीव सिंह, उनके भाई मनीष सिंह, समर्थक गया सिंह, महंथ पांडेय व पिटू सिंह पर षड्यंत्र कर हत्या करने की एफआइआर, सीआइडी टीम पहुंची व जिला पुलिस के साथ एसआइटी ने जांच शुरू की।

    23 मार्च : विधायक संजीव ने पीसी कर अपनी, परिवार के सदस्य व किसी समर्थक की संलिप्ता से इनकार किया।

    24 मार्च : पूर्व मंत्री बच्चा सिंह व डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह की पीसी. विधायक व समर्थकों पर नीरज की हत्या का आरोप। पुलिस ने नीरज के भाई गुड्डू व प्रत्यक्षदर्शी अादित्य राज का बयान दर्ज किया।

    25 मार्च : विधायक के करीबी व केस के नामजद गया सिंह व महंथ पांडेय को पुलिस ने हिरासत में लिया।

    26 मार्च : पिंटू सिंह ने पुलिस के समक्ष किया सरेंडर, विधायक के निजी बॉडीगार्ड धनजय सिंह व नौकर को रात को पुलिस उठा ले गई

    27 मार्च : विधायक संजीव से सरायढेला थाना में पूछताछ, विधायक के अनुसेवक संजय (रंजय का भाई) को पुलिस ने पकड़ा।
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