नक्सली घर से उठा जंगल ले गए, पैर तोड़ सीने में दागीं गोलियां
नक्सलियों ने एक व्यक्ति को घर से बाहर निकाला और उसकी जमकर पिटाई के बाद पैर तोड़कर सीने में गोलियां दाग दी।
जागरण संवाददाता, बोकारो।: करीब 35 की संख्या में नक्सलियों ने शुक्रवार की रात अचानक धावा बोल कालीचरण महतो (50) को घर से बाहर निकाला और उन्हें अपने साथ जंगल ले गए। यहां जमकर पिटाई के बाद पैर तोड़कर सीने में गोलियां दाग दी। इससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। घटना चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के तिस्कोपी गांव की है। कालीचरण महतो कृषक मित्र थे।
नक्सलियों ने इस दौरान चतरोचट्टी पंचायत की मुखिया के घर के सामने लगे मोबाइल टावर और मशीनों पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। इससे टॉवर का सोलर पैनल जलकर राख हो गया। नक्सलियों ने लगभग एक घंटे तक उत्पात मचाया। खास यह घटनास्थल थाना से महज एक किलोमीटर की दूरी पर है। पुलिस ने घटनास्थल से दो खोखे और पोस्टर बरामद किए। दोनों खोखे एके 47 के हैं। चार दिनों में तीन घटनाओं को अंजाम देकर नक्सलियों ने पुलिस को खुली चुनौती दी है।
घटनास्थल पर नक्सलियों ने तीन पर्चे भी छोड़े, जिनमें बताया गया कि पुलिस मुखबिर को मृत्युदंड की सजा दी गई। पर्चे में नक्सलियों ने कालीचरण को पुलिस का दलाल और एसपीओ (स्पेशल पुलिस ऑफिसर) बताया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि सभी नक्सली बगजोबरा पहाड़ी की ओर से आए थे और घटना को अंजाम देकर बेंदी जंगल की ओर निकल गए। आधे घंटे के बाद ही पुलिस पहुंची लेकिन अंधेरे के कारण उनका पता नहीं चल सका। जबकि ग्रामीणों का कहना है कि सूचना तुरंत दी गई थी लेकिन समय पर पुलिस नहीं पहुंची।
शनिवार सुबह शव को पोस्टमार्टम के लिए चास सदर अस्पताल भेजा गया। उल्लेखनीय है कि चार दिनों के दौरान नक्सलियों ने तीन बड़ी वारदातों को अंजाम दिया। गोमिया थाना क्षेत्र के ही काशीडीह व कोयाटाड़ के बीच मंगलवार की सुबह साढ़े छह बजे सुरक्षा बलों व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। गुरुवार को डुमरी विहार में स्टेशन और रेलइंजन को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया था।
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