डॉ. नागेश तीसरी बार बने एबीवीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष
हिमाचल प्रदेश से संबंध रखने वाले प्रो. नागेश ठाकुर फिर से एबीवीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं। यह उनका तीसरा कार्यकाल होगा। ...और पढ़ें

शिमला [जेएनएन] : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष फिर से प्रो. नागेश ठाकुर चुने गए हैं। वे तीसरी बार इस पद पर नियुक्त हुए हैं। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में भौतिकी विज्ञान में प्रोफसर पर के पद तैनात डॉ. नागेश ठाकुर कॉलेज के दिनों से एबीवीपी से जुड़े हुए है। एबीवीपी में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन कर चुके है। वर्ष 2004 से 2007 तक एबीवीपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, प्रांत अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश 2001 से 2003, जिला प्रमुख, विभाग, प्रांत उपाध्यक्ष आदि रह चुके है।
पढ़ें: एबीवीपी रैलीः शिक्षा को चुनावी एजेंडे का हिस्सा बनाओ और बाज़ारीकरण रोको
वहीं एबीवीपी की प्रांत इकाई ने उनकी नियुक्ति पर बधाई दी है। प्रांत मंत्री आशीष सिक्टा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे राज्य से तीसरी बार एबीवीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। प्रदेश के हजारों कार्यकर्ताओं के लिए खुशी भरी खबर है।
पढ़ें: एचपीयू में फिर भिड़े एसएफआई व एबीवीपी के कार्यकर्ता
मंडी के रहने वाले हैं नागेश ठाकुर
डॉ. नागेश ठाकुर मूल रूप से मंडी जिले के जोगिंद्रनगर के समोहली गांव के रहने वाले हैं। प्रारंभिक शिक्षा चौंतड़ा स्कूल से हुई। मंडी के एमएलएसएम कॉलेज सुंदरनगरद्ध से बीएससी करने के बाद उन्होंने एमएससी और पीएचडी एचपीयू से की। इसके बाद उन्होंने राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन में फिजिक्स के प्रवक्ता के रूप में सेवाएं दी। 1999 में उनका चयन एचपीयू में भौतिक विज्ञान विभाग में सहायक आचार्य के पद पर हुआ। इनके मार्गदर्शन में दस शोधार्थी पीएचडी कर रहे हैं जबकि 25 एमफिल कर चुके हैं।
पढ़ें: अभाविप ने जलाया चाइनिज सामान
नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. नागेश ठाकुर ने दैनिक जागरण से कहा कि मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे संगठन के साथ जुड़ा हूं जो स्वतंत्र और दलगत राजनीति से हटकर राष्ट्र के पुनर्निर्माण में लगा है। जो जिम्मेवारी सौंपी गई है। उसका निर्वहन करते हुए एबीवीपी के कार्य को और बढ़ाने के लिए प्रयास किया जाएगा। शिक्षा, समाज और देशहित में लड़ाई लडऩे के लिए एबीवीपी कई वर्ष से कार्यरत है। मुझे देश की सेवा करने का मौका मिला है। देश के अंदर एबीवीपी का जनाधार बढ़ रहा है। अब हर वर्ग एबीवीपी के साथ जुडऩे में लगा है। ये सब कार्यकर्ताओं के अथक प्रयासों से संभव हो पाया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।