Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जीवन जीने के लिए जंग लड़ रहे स्पीति वासी

    By Edited By:
    Updated: Fri, 19 Aug 2016 01:00 AM (IST)

    जसवंत ठाकुर, काजा (लाहुल-स्पीति) आजादी के 70 साल बाद भी प्रदेश के लाहुल-स्पीति जिले के स्पीति घाटी

    जसवंत ठाकुर, काजा (लाहुल-स्पीति)

    आजादी के 70 साल बाद भी प्रदेश के लाहुल-स्पीति जिले के स्पीति घाटी के लोग जीवन जीने के लिए जंग लड़ रहे हैं। यहां पर बिजली व्यवस्था न के बराबर है तथा स्वास्थ्य सुविधाएं भी रामभरोसे हैं। आधारभूत सुविधाओं का दूर-दूर तक नाता नहीं है। बस जैसे-कैसे लोग भागवान भरोसे जीवन जी रहे हैं। स्पीति के दूरदराज क्षेत्रों की बात तो दूर जिला मुख्यालय में ही न तो पानी की सप्लाई सुचारू है और न ही बिजली। हालांकि क्षेत्र में फोर-जी की लाइनें तो बिछाई जा रही हैं, लेकिन इंटरनेट सेवा की बात तो बिल्कुल ही बेइमानी है। सड़कों की खस्ता हालत अपना ब्यान स्वयं कर रही है। मनाली से काजा पहुंचने में राहगीर को कड़ी परीक्षा से गुजरना पड़ रहा है। साथ ही सड़क की हालत खस्ता होने से चालक की भी चुनौतियां बढ़ी हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    काजा निवासी पलजोर और छे¨रग ने बताया कि बिजली न होने से उन्हें काफी परेशान होना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि 24 घंटे में मात्र छह घंटे ही बिजली आती है जबकि अधिकतर बार इससे भी बदतर हालत का सामना करना पड़ता है। टीएसी सदस्य सोहन और गटूक आंगमों का कहना है कि जिले के लोग आजादी के 70 साल बाद भी जीवन जीने के लिए जंग लड़ रहे हैं। सर्दियों में शीत रेगिस्तान काजा हर ग्रामीण की कड़ी परीक्षा लेता है। उन्होंने प्रदेश और केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाए।

    .............

    इस वर्ष घाटी में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए चार करोड़ 21 लाख स्वीकृत हुए हैं। प्रदेश सरकार आधारभूत सुविधाओं को मजबूत करने का प्रयास कर रही है। जनजातीय आयोग का उपाध्यक्ष होने के नाते शीत मरुस्थल की दिक्कतों को उन्होंने केंद्र के समक्ष भी उठाया है। बिजली सेवा को दुरुस्त किया जा रहा है। रोंगटोंग परियोजना की मरमत की जा रही है जबकि रांगरिक में ढाई मेगावाट की सोलर परियोजना को सिरे चढ़ाया जा रहा है। सीमावर्ती क्षेत्र में सड़कों की हालत ¨चताजनक है, जिसे लेकर बीआरओ डीजी से भी बातचीत की गई है

    - रवि ठाकुर, उपाध्यक्ष जनजातीय आयोग एवं विधायक लाहुल-स्पीति।

    ..............

    यूथ से प्रशासन सीधे तौर पर संवाद कर रहा है। उनके भविष्य को संवारने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। महिलाओं के उत्थान के लिए भी बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं। स्पीति की अनूठी संस्कृति के संरक्षण और संव‌र्द्धन पर भी काम किया जा रहा है। ताबो और काजा में बच्चों को खेलने के लिए पार्क बनाए जा रहे हैं। प्रदेश और केंद्र सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है

    - जगन ठाकुर, एडीसी काजा।