जेल में बाबा: कैदी नंबर 8647 हाजिर हो, आवाज आई ... हाजिर हूं
जेल में बंद गुरमीत राम रहीम सिंह को जेल में खुद को असहज नजर आ रहा है, लेकिन वह जेल कर्मियों की हर बात मान रहा है। हाजिरी होने पर वह हाजिर हूूं की आवाज भी लगाता है।
जेएनएन, रोहतक। कभी जिसकी एक आवाज पर बड़े-बड़े भागे चले आते थे, आज वह खुद जेल के कर्मचारियों की एक आवाज पर हाजिर होने को मजबूर है। सुनारिया जेल में बंद डेरा सच्चा साैदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को बैरक रास नहीं आ रही है। उसने जेल प्रशासन से बैरक से निकलकर घूमने की इच्छा जताई। सुबह बैरक से निकाला गया तो उसी समय उसकी हाजिरी लगी। जेल कर्मचारी ने कैदी नंबर बोलकर 'हाजिर हो' की आवाज लगाई तो बाबा ने हाथ उठाकर कहा-हाजिर हूं।
गुरमीत के साथ-साथ अन्य तीन बंदियों को भी बाहर निकाला गया। गुरमीत पार्क में कुछ देर तक टहला। बुधवार को जिस समय डेरा प्रमुख को बैरक से बाहर निकाला गया अन्य कैदियों को बैरकों में ही कैद कर दिया गया, ताकि उसके पास भीड़ न जुट सके। उसे दोपहर में फिर वापस बैरक में लाया गया।
जेल प्रशासन की लापरवाही से बिगड़ी व्यवस्था
सुनारिया जेल के अंदर की इस समय पूरी तरह से व्यवस्था बिगड़ी हुई है। जिस दिन से गुरमीत जेल में पहुंचा है, उस दिन से न तो अन्य कैदियों को खाना समय पर मिल रहा है और न ही उनकी परेशानियों को सुना जा रहा है। पूरा जेल प्रशासन गुरमीत की देखरेख में लगा हुआ है। सूत्रों का कहना है कि अन्य कैदियों को उनके अपनों को नहीं मिलने दिया जा रहा है।
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सुबह नहाया और नाश्ता किया
जेल के अंदर से आई खबर के अनुसार, सुबह गुरमीत राम रहीम ने स्नान कर पूजा पाठ किया। इसके बाद चाय पी और नाश्ता भी किया। फिलहाल वह जेल अधिकारियों की हर बात मान रहा है।
दो समय लगती है हाजिरी
जेल में दो समय हाजिरी लगती है। सुबह और शाम। गुरमीत राम रहीम की हाजिरी भी सुबह- शाम लगाई जा रही है। जब वह बैरक से बाहर आता है तो हाजिरी लगती है और जब अंदर जाता है तो भी हाजिरी लगती है। व्यवस्था नहीं बिगड़ी है। सबकुछ सही है।
- सुनील सांगवान, जेल अधीक्षक,सुनारिया जेल।
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अपनों से मुलाकात को करना पड़ेगा इंतजार
गुरमीत राम रहीम को अपने सगे-संबंधियों से मुलाकात करने के लिए अभी कुछ दिन इंतजार करना पड़ सकता है। पंचकूला में सीबीआइ कोर्ट द्वारा फैसला सुनाने के बाद हिंसा भड़कने को देखते हुए शासन अभी परिजनों से उसकी मुलाकात कराने के पक्ष में नहीं है। इसके पीछे कारण दोबारा से शांति भंग होना भी बताया जा रहा है। जेल में बंद गुरमीत परिजनों से मुलाकात की मांग कर चुका है।
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जेल में मुलाकात में दस लोगों से अधिक नहीं दे सकते हैं नाम
जेल के नियमों के मुताबिक, कैदी मुलाकात करने के लिए अधिक से अधिक दस लोगों के नाम दे सकता है। जेल प्रशासन कैदी द्वारा दिए गए नामों को कंप्यूटर में दर्ज कर लेता है ताकि मुलाकात के दौरान उनका मिलान किया जा सके। गुरमीत राम रहीम से दस लोगों के नाम जेल प्रशासन ने मांगे हैं।
सूत्रों के अनुसार, बाबा ने मुलाकात करने वालों में अपनी मां नसीब कौर, बेटे जसमीत सिंह इंसां, बेटी चरणजीत इंसां और अमनप्रीत इंसां, मुंह बोली बेटी हनीप्रीत इंसां, डेरा प्रबंधन की चेयरपर्सन बिपासना इंसां के अलावा कई अन्य लोगों के नाम दिए हैं। हालांकि अभी तक जेल प्रशासन इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है।
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