जाट नेताओं की सीएम से वार्ता रद, मनोहर लाल पर बिफरे यशपाल मलिक
जाट अांदोलन पर सरकार और जाट नेताओं के बीच वार्ता में गतिरोध आ गया है। आज मुख्यमंत्री मनोहरलाल के साथ जाट नेताओं की दिल्ली में वार्ता होनी थी, लेकिन यह अाखिरी क्षण में रद हो गया।
जेएनएन, चंडीगढ़। जाट आंदोलनकारियों और सरकार के बीच वार्ता पर फिर संशय पैदा हो गया है। दिल्ली में मुख्यमंत्री मनोहरलाल और जाट नेताओं के बीच आज होने वाली वार्ता रद हो गई है। जाट नेता दिल्ली में हरियाणा भवन में बातचीत के लिए इंतजार करते रहे और मुख्यमंत्री चंडीगढ़ पहुंच गए। सीएम ने कहा है कि उन्हें तो इस तरह की किसी वार्ता के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। वार्ता रद होेने से जाटों में आक्रोश है। जाट नेता यशपाल मलिक ने सीएम पर वार्ता से पीछे हटने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अब 20 मार्च को दिल्ली कूच का निर्णय बरकरार है।
मलिक बोले- वार्ता के नाम पर सरकार कर रही साजिश, सीएम बातचीत से पीछे हटे
दिल्ली के हरियाणा भवन में वार्ता के लिए पहुंचे अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक मुख्यमंत्री के नहीं पहुंचे के बाद रोहतक लौट अाए। उन्होंने वहां मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री मनाेहरलाल पर जमकर भड़ास निकाली। यशपाल मलिक ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल बातचीत करने से पीछे हट गए हैं। सरकार ने दिल्ली में मुख्यमंत्री से वार्ता ने नाम पर साजिश रची थी।
रोहतक में पत्रकारों से बातचीत करते जाट नेता यशपाल मलिक।
मलिक ने कहा कि यदि उन्हें बात नहीं करनी थी तो कल पानीपत में शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा ने आंदोलनकारियों से यह क्यों कहा कि शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में मुख्यमंत्री जाट नेताओं के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद मांगों पर बनी सहमति का खुलासा करेंगे।
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मलिक ने कहा कि सरकार की नीयत साफ नहीं है। एेसे में नई रणनीति तक 20 मार्च को दिल्ली कूच का कार्यक्रम बरकरार है। यशपाल मलिक ने कहा मंत्री प्रो रामबिलास शर्मा ने सहमति की बात करके झूठ बोला। मुख्यमंत्री से मुलाकात से ही सहमति होनी थी लेकिन अब यह नहीं हुआ।
बता दें कि पानीपत में बृहस्पतिवार को सरकार की कमेटी और जाट नेताओं के बीच हुई वार्ता के बाद घोषणा की गई थी। इसमें बताया गया था कि शुक्रवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री मनोहरलाल के साथ वार्ता होगी। बताया जा रहा था कि बृहस्पतिवार को राज्य के वरिष्ठ मंत्री रामबिलास शर्मा के नेतृत्व वाली कमेटी के साथ जाट नेताओं की वार्ता में समझौते पर सहमति हो गई है। इस पर शुक्रवार को सीएम दिल्ली में वार्ता में इस पर माेहर लगाएंगे।
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इसके बाद, अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के प्रधान यशपाल मलिक सहित कई जाट नेता दिल्ली के हरियाणा भवन पहुंच गए। जाट नेता इंतजार करते रहे, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहरलाल नहीं आए। बाद में उन्हे पता चला कि मुख्यमंत्री चंडीगढ़ चले गए हैं और वे वार्ता के लिए नहीं आएंगे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल पंचकूला में साहित्य महाकुंभ में शामिल होने के लिए आ गए। मुख्यमंत्री के दिल्ली नहीं आने की सूचना पाकर जाट नेताओं ने अगली मीटिंग से इन्कार कर दिया है। सरकार ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर रामबिलास शर्मा को ही यह अधिकार दे दिया था कि वह दिल्ली में आंदोलनकारियों के साथ पानीपत में हुई बातचीत पर मोहर लगा दें।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि दिल्ली में होने वाली मीटिंग की कोई सूचना नहीं थी और न ही यह मीटिंग तय थी। जाट आंदोलनकारी चाहेंगे तो वह उनसे बात करने को तैयार हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी चंडीगढ़ में आज शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री जाट आंदोलन पर होने वाली बातचीत तथा दिल्ली की मीटिंग को लेकर स्थिति साफ करेंगे।
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