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    साजिश : गुरमीत को विदेश भगाने के बाद साथ रहना चाहती थी हनीप्रीत

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Mon, 16 Oct 2017 02:52 PM (IST)

    हनीप्रीत डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को विदेश भगाने के बाद उसके साथ रहना चाहती थी। उसने साजिश रची थी कि कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद गुरमीत को भगाकर विदेश ले जाया जाए।

    साजिश : गुरमीत को विदेश भगाने के बाद साथ रहना चाहती थी हनीप्रीत

    जेएनएन, चंडीगढ़। हनीप्रीत ने डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सीबीआइ की विशेष अदालत में फैसले के दिन दोषी करार दिए जाने पर भगाकर विदेश भेजने का पूरा इंतजाम कर लिया था। साजिश के मुताबिक डेरा प्रमुख को विदेश भगाने के बाद हनीप्रीत भी उसके पास पहुंच जाती। लेकिन एेन माैके पर पुलिस की सतर्कता से सारी साजिश्‍ा धरी रह गई।

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    बताया जाता है कि हनीप्रीत ने रिमांड पर रहते हुए पुलिस पूछताछ के दौरान इस बारे में जानकारियां दीं। साजिश केे तहत गुरमीत राम रहीम को काेर्ट परिसर भगाने के लिए उसकी सुरक्षा में तैनात पंजाब पुलिस के आठ जवानों को जिम्‍मा लगाया गया था। कोर्ट परिसर से निकाले जाने के बाद गुरमीत को विदेश भेजने के खास इंतजाम कि गए थे। इन अठ जवानों में से हरियाणा पुलिस तीन को गिरफ्तार कर चुकी है। हरियाणा पुलिस इन पांचों जवानों को पंजाब पुलिस से मांग चुकी है, लेकिन पंजाब पुलिस ने अभी तक हरियाणा का अनुरोध स्वीकार नहीं किया है।

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    सूत्रों के अनुसार, हनीप्रीत ने पुलिस को जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक गुरमीत को विदेश भगाने और उसके वहां रहने का पूरा इंतजाम हो चुका है। हनीप्रीत ने पुलिस को अपनी सीक्रेट डायरी के बारे में भी बताया है। इस डायरी में बाबा ने हनीप्रीत को उन तमाम लोगों के नाम और पते तथा फोन नंबर लिखवाए थे, जिनसे बातचीत कर अथवा संपर्क साधकर संकट के समय मदद ली जा सकती है। पुलिस को अभी तक हनीप्रीत की यह सीक्रेट डायरी नहीं मिल पाई है।

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    हनीप्रीत ने हरियाणा पुलिस को यह भी जानकारी दी है कि गुरमीत के विदेश जाने के बाद उसके खुद के भी भारत से भागने की व्यवस्था हो गई थी। गुरमीत के विदेश पहुंचने के बाद हनीप्रीत भी उसके पास आ जाती। हनीप्रीत तमाम उन लोगों के बारे में गहराई से जानती है, जिन पर गुरमीत की कृपा रहती थी। हरियाणा पुलिस अब हनीप्रीत की इस डायरी के बारे में डेरे की चेयरपर्सन विपासना से पूछताछ कर सकती है। विपासना ने ही पुलिस को हनीप्रीत का मोबाइल दिया था, जिसे वह डेरे में छोड़ आई थी।

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