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    हरियाणा के 23 हजार नंबरदारों के लिए अच्छी खबर, आयुष्मान भारत योजना के तहत होंगे कवर, मोबाइल फोन भी मिलेंगे

    By Kamlesh BhattEdited By:
    Updated: Sun, 16 May 2021 09:47 AM (IST)

    हरियाणा में राज्य के 23 हजार से अधिक नंबरदार आयुष्मान भारत योजना के दायरे में आएंगे। इसका उद्देश्य उन्हें मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराना है। यही नहीं सरकार की नंबरदारों को स्मार्ट मोबाइल फोन देने की भी है।

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    हरियाणा के नंबरदार होंगे आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर। सांकेतिक फोटो

    जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा  सरकार ने राज्य के 23 हजार से अधिक नंबरदारों को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत कवर करने का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य गंभीर बीमारियां होने पर उन्हें  आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभ देना है। इसके अतिरिक्त नंबरदारों को स्मार्ट मोबाइल फोन भी दिए जाएंगे।

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    हरियाणा के वित्त आयुक्त और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने राज्य के उपायुक्तों के साथ स्वामित्व तथा अन्य योजनाओं के संबंध में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक के दौरान यह जानकारी दी। कौशल ने बताया कि वर्तमान में हरियाणा में 23375  नंबरदारों के स्वीकृत पद है।

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    इस  योजना के अंतर्गत भारत में सार्वजनिक व निजी सूचीबद्ध अस्पतालों में माध्यमिक और तृतीयक स्वास्थ्य उपचार के लिए प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक की धनराशि लाभार्थियों को मुहैया कराती है। यह योजना सेवा संस्थान अर्थात अस्पतालों में लाभार्थी को स्वास्थ्य सेवाएं निशुल्क प्रदान करती है। यह योजना चिकित्सा उपचार से उत्पन्न अत्यधिक ख़र्चे को कम करने में मदद करती है।

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    इस योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने से 3 दिन पहले और 15 दिन बाद तक का नैदानिक उपचार व दवाएं मुफ्त उपलब्ध होती हैं। उन्होंने बताया की स्मार्ट फोन के लिए टेंडर कॉल कर लिए गए हैं और अगले महीने तक ये उन्हें उपलब्ध करवा दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारियों से कहा हैं कि वे जल्द से जल्द यमुनानगर से लेकर पलवल तक मसावी अर्थात राजस्व नक्शे में सीमांकन (डीमारकेशन) का कार्य पूरा करें, ताकि दोनों राज्यों में सीमा का विवाद न हो।

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    करनाल जिले के साथ लगती उत्तर प्रदेश की सीमा पर सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार  39 पिलर लगाए जाएंगे।  राज्य के फरीदाबाद, पलवल, पानीपत, सोनीपत जैसे जिलों में सीमावर्ती क्षेत्र में सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा दी गई रिपोर्ट के बाद ऐसे ही पिल्लर लगाए जाएंगे। कौशल ने बताया कि स्वामित्व योजना के अंतर्गत अब तक राज्य के 8 जिलों में ड्रोन मैपिंग का कार्य पूरा हो चुका है। 

    वहीं दूसरी ओर राज्य में कोविड-19 पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि कोविड की इस परिस्थिति में राज्य सरकार के अधिकारी व कर्मचारी अच्छा, बेहतरीन और तालमेल के साथ कार्य कर रहे हैं और उन्हें पूरी उम्मीद है कि आने वाले एक या दो सप्ताह में कोविड-19 का प्रकोप प्रदेश में कम होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गांवों में आइसोलेशन वार्ड अलग से बनाने के लिए अधिकारियों की टीमों का गठन किया गया है और  आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं, ताकि कोविड-19 की रोकथाम की जा सके।