ये क्या बोल गईं शिल्पा शेट्टी, कहा- उस उम्र में मुझे 'मां' नहीं बनना चाहिए था!
नब्बे के दशक में अपनी फिल्मों की च्वाइस को लेकर शिल्पा किस कदर पछता रही हैं, इसका अंदाजा 1999 की फिल्म जानवर को लेकर किए गए उनके कमेंट से हो जाता है।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। अपने ठुमकों से यूपी-बिहार लूटने वाली शिल्पा शेट्टी अब अपनी फिल्मों की च्वाइस को लेकर पछता रही हैं। शिल्पा का बस चले, तो वो पीछे जाकर अपनी फिल्मों में फिर से एक्टिंग करना चाहती हैं।
शिल्पा इन दिनों सोनी टीवी के शो में जज की भूमिका निभा रही हैं, लेकिन वो फिल्मों को बहुत मिस करती हैं। वो कहती हैं- ''यह सच है कि मैं हमेशा मास फिल्मों की हीरोइन रही हूं। लेकिन मुझे इस बात का अफ़सोस है कि जब मैं फिल्मों में सक्रिय थी, उस वक़्त आज के जैसी फिल्में नहीं बनती थीं। आज अभिनेत्रियों को ध्यान में रखकर काफी फिल्में बनाई जा रही हैं, और यह अच्छी बात है।'' शिल्पा बताती हैं कि वो जब अपनी पुरानी फिल्में देखती हैं, तो काफी दुखी हो जाती हैं। उस वक़्त उन्हें कोई सिखाने वाला नहीं था। उन्हें लगता है कि आज अगर 'धड़कन' बनती तो वो ज्यादा अच्छी एक्टिंग करतीं।
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नब्बे के दशक में अपनी फिल्मों की च्वाइस को लेकर शिल्पा किस कदर पछता रही हैं, इसका अंदाजा 1999 की फिल्म 'जानवर' को लेकर किए गए उनके कमेंट से हो जाता है। शिल्पा कहती हैं- ''अब देखती हूं तो लगता है कि ये फ़िल्म की ही क्यों।'' सुनील दर्शन निर्देशित इस फिल्म में अक्षय कुमार लीड रोल में थे, जबकि करिश्मा कपूर ने फीमेल लीड रोल निभाया था, जबकि शिल्पा पेरेलल फीमेल लीड रोल में थीं।
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शिल्पा कहती हैं- ''जानवर फ़िल्म में मैंने मां का किरदार निभाया, लेकिन आज वह फ़िल्म देखती हूं तो लगता है कि मैंने बिना इमोशन के मां का किरदार बस निभा दिया था। अगर आज वह किरदार निभाती, तो उसमें इमोशंस डाल सकती थी, क्योंकि अब मेरा बेटा भी है। मैं मां की फीलिंग समझ सकती हूं।
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शिल्पा मानती हैं, कि आज की एक्ट्रेसेज ज्यादा तैयार होकर आती हैं। शिल्पा ने कहा कि उनके पास फिल्मों के ऑफर्स आते तो हैं, लेकिन उनमें कोई दम नहीं होता। इसलिए वो फिल्में अब नहीं कर रही हैं। इस सवाल पर कि किसी की बायोपिक करने की इच्छा हो, तो किसकी फ़िल्म करेंगी? उन्होंने कहा कि उन्हें बायोपिक फिल्में देखने में मजा आता है। किसकी बायोपिक कर सकती हूं, ये कभी सोचा नहीं है।