Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पियर्स ब्रोसनन ने इस काम के लिए भारतीयों से मांगी है माफ़ी!

    By Manoj KumarEdited By:
    Updated: Fri, 21 Oct 2016 05:26 PM (IST)

    पियर्स ने कहा कि अपनी पहली पत्नी और बेटी के अलावा कई दोस्तों को कैंसर की वजह से जाते हुए देखते हुए, वो महिलाओं की सेहत से जुड़े कार्यक्रमों और रिसर्च को सपोर्ट करते हैं।

    Hero Image

    मुंबई। दुनियाभर के मुल्क़ों में जाकर दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाले 'जेम्स बांड' पियर्स ब्रोसनन सदमे में है और देश में एक पान मसाले का विज्ञापन करने के लिए उन्होंने सभी भारतीय फ़ैंस से माफ़ी मांगी है। पियर्स की बातों से लगता है कि उन्हें पान मसाले के इस ब्रांड को लेकर धोखे में रखा गया था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आपको याद होगा कि कुछ दिन पहले देश के कुछ प्रमुख अख़बारों में एक माउथ फ्रेशनर का विज्ञापन छापा गया था, जिसमें हॉलीवुड एक्टर पियर्स ब्रोसनन इस ब्रांड को प्रमोट करते दिखाई दिए थे। जब लोगों ने ये विज्ञापन देखा, तो हैरान रह गए। पियर्स को इस विज्ञापन में देखना काफी शॉकिंग था। इसको लेकर आलोचनाओं का दौर शुरू हो गया। कुछ ने उन्हें डिफ़ेंड किया तो कई लोगों ने इसको लेकर पियर्स की खिंचाई की। पियर्स ने अब इसको लेकर एक आधिकारिक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि उन्हें इस बारे में ग़लत जानकारी दी गई थी।

    बेटी की नाकामयाबी से इस हाल में पहुंचीं माला सिन्हा

    स्टेटमेंट के मुताबिक पियर्स का कहना है- ''एक ऐसा व्यक्ति होने के नाते, जिसने महिलाओं के स्वास्थ्य और पर्यावरण सुरक्षा के लिए काम करते हुए कई दशक बिता दिए, मेरे लिए पान बहार के एंडोर्समेंट के लिए अनाधिकृत और धोखे से पूर्ण विज्ञापनों में अपनी तस्वीर देखकर काफी निराशा हुई है। मैं ऐसे किसी प्रोडक्ट के एंडोर्समेंट का हिस्सा नहीं बना हूं, जो भारतीय लोगों की सेहत के लिए नुक़सानदायक हो।''

    फोर्स 2 के लिए जॉन अब्राहम ने उठाया लाइफ़ का सबसे बड़ा रिस्क

    पियर्स ने आगे कहा कि अपनी पहली पत्नी और बेटी के अलावा कई दोस्तों को कैंसर की वजह से जाते हुए देखते हुए, वो महिलाओं की सेहत से जुड़े कार्यक्रमों और रिसर्च को पूरी तरह सपोर्ट करते हैं। पियर्स ने आगे ये भी कहा है कि उन्हें ग़लत तरीक़े से पान मसाला ब्रांड की पूरी सीरीज़ के एंबेस्डर के तौर पर पेश किया गया है, जबकि वो केवल एक उत्पाद के लिए राज़ी हुए थे।