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पद्मावती से शाहिद कपूर की पहली झलक के बाद जानें आख़िर कौन था महारावल रतन सिंह

संजय लीला भंसाली की 'पद्मावती' भी सबका ध्यान खींच रही है। फ़िल्म 1 दिसंबर को रिलीज़ होगी।

By Hirendra JEdited By: Published: Mon, 25 Sep 2017 01:28 PM (IST)Updated: Tue, 26 Sep 2017 05:52 AM (IST)
पद्मावती से शाहिद कपूर की पहली झलक के बाद जानें आख़िर कौन था महारावल रतन सिंह
पद्मावती से शाहिद कपूर की पहली झलक के बाद जानें आख़िर कौन था महारावल रतन सिंह

मुंबई। संजय लीला भंसाली की फ़िल्म 'पद्मावती' में दीपिका पादुकोण पद्मिनी (पद्मावती), शाहिद कपूर महारावल रतन सिंह और रणवीर सिंह अल्लाउद्दीन खिलजी के किरदार में हैं। आप जानते हैं कि दुर्गा पूजा के पहले ही दिन दीपिका पादुकोण का पद्मावती लुक पोस्टर के रूप में आ चुका है। इस बीच सोमवार को शाहिद कपूर के महारावल रतन सिंह का लुक भी बैक टू बैक दो पोस्टर्स के साथ हम सबके बीच है।

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बहरहाल, लोगों में फ़िल्म की वजह से पद्मावती और महारावल रतन सिंह जैसे किरदारों में एक दिलचस्पी भी जगने लगी है। दरअसल, रानी पद्मिनी (पद्मावती) की कहानी पीढ़ियों से अपने देश में सुनी-सुनाई जाती रही है। इतिहासकारों और साहित्यकारों दोनों ने ही रानी पद्मिनी की कहानी को अपने-अपने अंदाज़ में बयां किया है। लेकिन, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि रानी पद्मिनी (पद्मावती) का किस्सा सभी गर्व से सुनते-सुनाते हैं। रानी पद्मावती की शादी महारावल रतन सिंह से हुई थी। आइये महारावल रतन सिंह के बारे में जानते हैं कुछ और बातें विस्तार से।

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महारावल रतन सिंह 1301 से लेकर 1303 ई० के बीच मेवाड़ के शासक थे। रतन सिंह से पहले उनके पिता समर सिंह ने 1273 – 1301 ई० तक मेवाड़ पर राज किया था। रतन सिंह दो भाइयों में से एक थे। रतन सिंह राज्य के उत्तराधिकारी थे जबकि उनक अभाई कुंभकर्ण नेपाल चला गया था। गौरतलब है कि वर्तमान में नेपाल के राज वंश के शासक कुंभकरण के ही वंशज हैं।

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रानी पद्मिनी (पद्मावती) सिंहल द्वीप (श्री लंका) के राजा गंधर्व सेन व रानी चंपावती की पुत्री थीं, जिनका विवाह मेवाड़ के महारावल रतन सिंह से हुआ। पद्मिनी ने रतन सिंह को एक स्वयंवर में चुना था। पद्मिनी रतन सिंह की दूसरी पत्नी थीं। रानी पद्मिनी बहुत सुंदर थीं और उनके रूप और गुण की चर्चा दूर-दूर तक फैली थी। जब अल्लाउद्दीन खिलजी ने रानी पद्मिनी की खूबसूरती के किस्से सुने तो वो उन्हें पाने के लिए पागल हो गया।

पद्मिनी और मेवाड़ को हासिल करने के लिए खिलजी ने मेवाड़ पर आक्रमण कर दिया। खिलजी और रतन सिंह में भयंकर युद्ध हुआ, जिसमें खिलजी ने धोखा देकर रतन सिंह को हरा दिया। रानी पद्मिनी बंदी हो जातीं, इससे पहले ही उन्होंने राजमहल के सैकड़ों महिलाओं के साथ जौहर (आत्मदाह) कर लिया। रानी की यही स्वाभिमान की कहानी बड़े ही गर्व से सुनी सुनाई जाती है।

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इन तथ्यों से इतर अगर बात करें तो संजय लीला भंसाली की 'पद्मावती' भी सबका ध्यान खींच रही है। फ़िल्म 1 दिसंबर को रिलीज़ होगी।


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