UP Assembly Election 2017:सपा-कांग्रेस में दोस्ती और दबाव साथ-साथ
समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस ने 22 जनवरी को गठबंधन का एलान करते हुए कहा कि सत्तारूढ़ सपा 298 व कांग्रेस 105 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। छह दिन भी कई सीटों पर तस्वीर साफ नहीं है।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा )-कांग्रेस के बीच दोस्ती का रंग गाढ़ा करने के प्रयासों के साथ टिकटों की हिस्सेदारी पर दबाव का दांव भी आजमाया जा रहा है। कांग्रेस ने कल अमेठी, रायबरेली की सभी दस सीटों पर नए सिरे से दावा ठोंककर गठबंधन केसाथी पर दबाव बढ़ाया, मगर समाजवादी पार्टी अमेठी व ऊंचाहार सीट छोडऩे को राजी नहीं है। दिनभर चली इस जोर आजमाइश का जवाब आज मिलने की उम्मीद है।
समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों ने 22 जनवरी को गठबंधन का एलान करते हुए कहा कि सत्तारूढ़ सपा 298 व कांग्रेस 105 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जिसके पास जो सीटें थी, उस पर उसी दल के प्रत्याशी को उतारने का फार्मूला तय होने की बात कही गई। संकेत दिया गया कि सुविधा के आधार पर दोनों एक दूसरे को प्रत्याशी भी उपलब्ध करा सकते हैैं। मगर छह दिन भी कई सीटों पर तस्वीर साफ नहीं है। अलीगढ़ समेत कई जिलों में दोनों दलों के प्रत्याशियों ने परचा दाखिल कर दिया।
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अब कल कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के संयोजक डॉ. संजय सिंह ने पत्रकार वार्ता में अमेठी व रायबरेली की सभी सीटों पर कांग्रेस के लडऩे का दावा कर दिया। अमेठी संवाददाता के मुताबिक संजय सिंह ने मंत्री गायत्री प्रजापति का नाम लिए बगैर कहा कि सपा दागी उम्मीदवारों को लड़ाने से पहले मना कर रही थी तो 'महा दागी' को कैसे टिकट देगी। कहा कि कांग्रेस नेतृत्व से बात की गई है। सपा नेतृत्व ने भी इस आशय का आश्वासन पार्टी को दिया है। संजय सिंह ने कहा कि अमेठी व रायबरेली में कांग्रेस बहुत मजबूत है। यह दोनों जिले कांग्रेस के गढ़ हैं और यहां की सभी सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार लड़ेंगे।
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भाजपा की ओर से अमेठी से रानी गरिमा सिंह को टिकट देने के सवाल पर झुंझलाते हुए संजय सिंह ने कहा कि कहा कि मेरी एक ही रानी है वह अमिता सिंह है। उनकी 20 वर्षो की सेवा को अमेठी ने देखा है। मेरी और मेरे पिताजी की सेवा को लोगों ने देखा है।
राहुल गांधी -अखिलेश यादव के संयुक्त रोड शो की पूर्व संध्या पर कांग्रेस की ओर से अमेठी, रायबरेली की दस सीटों पर दावा किये जाने को लेकर समाजवादी पार्टी का नेतृत्व भले बेचैन न हो मगर इस जिले में चुनाव लड़ रहे सपा प्रत्याशियों में बेचैनी फैल गई है। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी का कहना है कि कहा कि कहीं कोई बात नहीं है। हम अमेठी के साथ ऊंचाहार सीट छोडऩे नहीं जा रहे हैैं। सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इस पर आज आपस में चर्चा करेंगे। अगर कहीं कोई बात होगी तो उस पर बात भी कर लेंगे। अभी फोकस रोड शो पर है।
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मुलायम के करीबियों की है दो सीट
समाजवादी पार्टी अमेठी व ऊंचाहार की जिन दो सीटों को नहीं छोडऩा चाहती है, उनके विधायक सपा के संस्थापक अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के करीबियों में शुमार हैं। परिवार में महासंग्राम के दौर में सुलह का प्रयास करने वालों सपा नेताओं में ये दोनों भी थे। हालांकि इनमें से गायत्री प्रसाद प्रजापति को लेकर पार्टी के अंदर व बाहर ढेरों विवाद भी जुड़े हैं। उन पर अवैध खनन का इल्जाम लगा था। बावजूद इसके सुलतानपुर की अपनी पहली चुनावी रैली में अखिलेश यादव ने कहा था कि गायत्री प्रजापति इस क्षेत्र के नहीं है, अमेठी के हैं। यह खुद भी जीतेंगे और दूसरों को भी जितायेंगे। ऐसे ही सपा रायबरेली में सियासी दखल बनाए रखने के लिए ऊंचाहार से विधायक व मंत्री मनोज पांडेय को चुनाव लड़ाना ही चाहती है।
पार्टी ने मुझे उम्मीदवार बनाया है
मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति ने कहा कि अमेठी से मैं गठबंधन का उम्मीदवार हूं। लगातार प्रत्याशी को लेकर क्षेत्र में भ्रम फैलाया जा रहा है। जनता भ्रम में न आए, मैं चुनाव लड़ रहा हूं।
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