MCD चुनाव 2017: 'आप' के हथियार का इस्तेमाल कर भाजपा ने कर दिया पलटवार
भाजपा ने भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी पर तीखे हमले करते हुए होर्डिंग एवं पोस्टर लगाने का फैसला किया है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा के बीच पोस्टर वार शुरू हो गया है। इसकी शुरुआत 'आप' ने की है। इसका जवाब देने के लिए भाजपा ने भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी पर तीखे हमले करते हुए होर्डिंग एवं पोस्टर लगाने का फैसला किया है। दिल्ली प्रदेश भाजपा कार्यालय में इस तरह के होर्डिंग लगने शुरू हो गए हैं।
'आप' ने केजरीवाल और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता की तस्वीर वाली होर्डिंग और पोस्टर लगाकर लोगों से पूछा है कि दिल्ली में किसका शासन चाहिए? गुप्ता ने अपनी फोटो के साथ छेड़छाड कर इसे गलत तरीके से प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए राज्य चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है। उन्होंने इस पर रोक लगाने की भी मांग की है।
वहीं, भाजपा ने भी 'आप' के खिलाफ दिल्ली भर में होर्डिंग लगाने का फैसला किया है। इसमे शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट, मुख्यमंत्री आवास पर भोज में मेहमानों को महंगी थाली परोसने से लेकर केजरीवाल सरकार और विधायकों पर लगे अन्य आरोपों का जिक्र होगा।
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इसी कड़ी में भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता तेजिंदर सिंह बग्गा के नाम से एक होर्डिंग लगाया गया है। इसमे मेहमानों को महंगी थाली परोसने पर कटाक्ष किया गया है। उनके नाम से लगे एक और होर्डिंग में दिल्ली सरकार के मंत्रियों और विधायकों की तस्वीर के साथ उन पर आरोप लिखकर पूछा गया है कि क्या दिल्ली की जनता ऐसे लोगों का शासन चाहती है?
इसी तरह से प्रदेश भाजपा के महामंत्री कुलजीत चहल ने होर्डिंग लगाकर बताया है कि 'आप' सरकार ने एक भी वादे पूरे नहीं किए है। वहीं, प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रवीण शंकर कपूर, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अशोक गोयल और नवीन कुमार ने भी 'आप' सरकार पर हमला करते हुए पोस्टर लगवाए हैं।
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भाजपा नेताओं का कहना है कि हमारा चुनाव अभियान सकारात्मक रहेगा, लेकिन यदि कोई भ्रामक प्रचार करेगा तो उसको उचित जवाब भी दिया जाएगा। शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट से यह साबित हो गया है कि केजरीवाल सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अब लोगों का ध्यान इससे हटाने के लिए मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी के नेता लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन दिल्लीवासी अब उनके झांसे में नहीं आएंगे।