'दाऊद इब्राहिम के लिए करते हैं काम, चुटकियों में बदल देते हैं किस्मत'
खुद को डॉन दाऊद इब्राहिम का गुर्गा बताकर युवकों ने एक शख्स से लाखों रुपए ठग लिए।
फरीदाबाद [जेएनएन]। खुद को डॉन दाऊद इब्राहिम का गुर्गा बताकर और सोने की ईंटों के कारोबार में करोड़ों रुपये कमवाने का झांसा देकर आरोपियों ने एक शख्स से लाखों रुपये ठग लिए। D कंपनी के इन नकली सदस्यों का शिकार बने डबुआ कॉलोनी निवासी भगत सिंह।
भगत सिंह के मुताबिक डबुआ केे रहने वालेे आर्यन भारद्वाज से अनकी पहले से जान पहचान थी। भगत के मुताबिक आर्यन ने उनसे कहा कि वह मुंबई में अपने दोस्तों के साथ सोने की तस्करी का काम करता है।
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भगत सिंह ने बताया कि आर्यन ने उसेे भी इस काम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया और कहा कि वह उसे रातों रात अमीर बना देगा। जब भगत सिंह उसके झांसे में आ गए तो उसने उन्हें योगेश कसाना नाम के युवक से मिलवाया और बताया कि वह भी साथ काम करता है।
आर्यन और योगेश भगत सिंह को अपने साथ मुंबई ले गए और वहां विशाल और सौरभ नाम के युवकों से मिलवाया। भगत सिंह के मुताबिक परिचय करवाते समय उससे कहा गया कि विशाल और सौरभ दाऊद इब्राहिम के लिए काम करते हैं और मुंबई पर राज करते हैं।
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आर्यन और योगेश ने बताया कि दाऊद का सोने का काम विशाल और सौरभ ही देखते हैं। इसके बाद योगेश और आर्यन दोनों का भगत सिंह के घर आना जाना शुरू हो गया। भगत सिंह ने बताया कि कुछ दिन बाद आर्यन और योगेश ने उनसे 3 करोड़ रुपये का माल खरीदने की बात कही और भगत सिंह से 70 लाख रुपये मांगे।
भगत के मुताबिक उन्होंने अपना एक प्लॉट 15 लाख रुपये में बेच दिया और अपने दोस्त से 50 लाख रुपये लेकर उन दोनों को दे दिए। रुपए लेने के बाद से ही आर्यन और योगेश फरार हैं जिनका अब तक कोई सुराग नहीं लगा है।
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