मेट्रो लाइफ से प्रभावित होकर 5 किशोरियां ने उठाया बड़ा कदम, मिल गया सबक
लड़कियों की काउंसलिंग करने पर पता चला कि वे मेट्रो लाइफ से काफी प्रभावित हैं। शहरी लड़कियों की तरह जीवन व्यतीत करना चाहती हैं।
नई दिल्ली [जेएनएन]। कॉल सेंटर में काम करने की इच्छा और मेट्रो लाइफ से प्रभावित होकर पांच किशोरियां उत्तर प्रदेश के एक कस्बे से भागकर दिल्ली चली आईं। किशोरियां बिंदास जीवन जीना चाहती थीं। शाहदरा रेलवे स्टेशन पर इन लड़कियों को घूमते देख एक व्यक्ति को कुछ शक हुआ तो उसने चाइल्ड लाइन को फोन कर जानकारी दी। चाइल्ड लाइन ने उन्हें कस्टडी में लेकर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष पेश किया। उनके परिजनों को भी जानकारी दे दी गई।
चाइल्ड लाइन के सदस्यों के अनुसार किशोरियों की उम्र 18 साल से कम है। वे पहले अपने बारे में सही जानकारी नहीं दे रहीं थीं। लड़कियों की काउंसलिंग करने पर पता चला कि वे मेट्रो लाइफ से काफी प्रभावित हैं। शहरी लड़कियों की तरह जीवन व्यतीत करना चाहती हैं।
अपने आस-पड़ोस में उन्होंने कुछ ऐसी युवतियों को देखा जो बड़े शहरों में काम कर रहीं थीं। कुछ वर्ष मेट्रो शहर में नौकरी करने के बाद जब वह घर वापस आईं तो उनमे कई सकारात्मक बदलाव आए, जिन्हें इन किशोरियों ने महसूस किया। इससे प्रभावित होकर उन्होंने दिल्ली आने का मन बनाया।
फिलहाल इन लड़कियो की काउंसलिंग की जा रही है। उन्होंने पढ़ाई भी पूरी नहीं की है। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ वर्षों से इसी तरह के कारणों के चलते लड़कियों के घर छोड़ने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इन कारणों की तह तक जाने के लिए चाइल्ड लाइन मनोवैज्ञानिकों से भी संपर्क कर रही है।
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