नोटबंदी: किसानों के हित में जल्द ही बड़ा फैसला लेंगे PM नरेंद्र मोदी'
किसानों की समस्याओं को देखते हुए केंद्र सरकार अब अहम फैसले ले सकती है जिससे किसानों को राहत मिल सके। सरकार ने इसके संकेत भी दिए हैं।
नई दिल्ली [जेएनएन]। नोटबंदी का असर ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक देखने को मिल रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में पैसों की कमी के चलते किसान परेशान हैं। किसानों के पास बीज व खाद खरीदने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं है। बैंकों में लंबी कतारें लगी हैं। गेहूं की बिजाई का समय है तथा सरसों में सिंचाई का कार्य जरूरी है।
किसानों की समस्याओं को देखते हुए केंद्र सरकार अब अहम फैसले ले सकती है जिससे किसानों को राहत मिल सके। सरकार ने इसके संकेत भी दिए हैं। इसी क्रम में आज केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने हापुड़ में कहा कि जल्द ही किसानों को पुराने नोटों पर खाद मिल सकेगी। बालियान ने कहा प्रधानमंत्री किसानों के हित को देखते हुए जल्द ही इस पर निर्णय लेंगे।
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नोटबंदी का असर झेल रहे किसानों का कहना है कि 500 व 1000 के नोट बंद होने के कारण किसानों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है। बीज व खाद की दुकानों पर पुराने नोट नहीं लिए जा रहे हैं। दुकानदार पहचान वालों को तो उधार दे रहे हैं परंतु कई लोगों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है।
नकदी सीमा बढ़ने का नहीं मिला लाभ
सरकार द्वारा नकदी निकासी की सीमा बढ़ाने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। अधिकतर किसानों के खाते गांवों में स्थित बैंकों में है। ग्रामीण बैंकों में पुराने नोट तो जमा किए जा रहे हैं, परंतु छोटे नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।
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ग्रामीण सुबह से ही बैंकों के बाहर लाइन लगा कर खड़ा हो रहे हैं परंतु बैंकों में कुछ समय बाद ही कैश खत्म होने की समस्या आ रही है। ग्रामीणों क्षेत्रों में एटीएम की सुविधा भी सभी जगह पर उपलब्ध नहीं है। जहां पर एटीएम लगे हुए हैं, उनमें अभी तक कैश डाला ही नहीं गया है।
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