सुप्रीम कोर्ट से पूरी हुई निर्भया की मां की आस, बेटी को मिला इंसाफ
पीड़िता की मां का कहना है कि जिस दिन का हमें इंतजार था। उस दिन के लिए मैं सभी देशवासियों का धन्यवाद करती हूं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को निर्भया मामले के चार दोषियों को मिली फांसी की सज़ा पर फैसला सुना दिया। दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले पर मुहर लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने चारों दोषियों की फांसी की सजा बरकरार रखी है।
बता दें कि निचली अदालत ने मुकेश, पवन, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह को मौत की सज़ा सुनाई थी, जिसे दिल्ली हाई कोर्ट ने बरक़रार रखा था। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के बाद 27 मार्च को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
पीड़िता के पिता ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि, देर लगी लेकिन न्याय मिला, अब कोई गिला नहीं है। पीड़िता की मां ने कहा कि उन्हें इस दिन का लंबे समय से इंतजार था। निर्भया की मां ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'मैं समाज का धन्यवाद करती हूं। उम्मीद करती हूं कि हम आगे और भी बच्चियों के लिए ऐसी लड़ाई लड़ेंगे। कहीं न कहीं लचर व्यवस्था तो है, लेकिन आज कोर्ट में साबित हो गया कि न्याय में देर है, अंधेर नहीं।
Der lagi zarur lekin nyaay mila, ab koi gila nahi hai: Badri Singh, #Nirbhaya's father pic.twitter.com/3DBkDlCcxZ
— ANI (@ANI_news) May 5, 2017
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इससे पहले पीड़िता की मां ने कहा था कि उन्हें इस बात का यकीन है कि न्यायालय का फैसला उन अपराधियों के लिए कड़ा संदेश होगा जो महिलाओं को इस यकीन के साथ अपराध का शिकार बनाते हैं कि वे कानून की जटिलताओं का फायदा उठा लेंगे और बरी हो जाएंगे।
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य़ह भी कहा निर्भया की मां ने
पीड़िता की मां का कहना है कि जिस दिन का हमें इंतजार था। उस दिन के लिए मैं सभी देशवासियों का धन्यवाद करती हूं। उन्होंने यह भी कहा कि आज भी देश में इस तरह के हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। सरकार और सिस्टम को दुष्कर्म के मामलों में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। जब तक कड़ा कानून नहीं बनेगा तब तक इस पर हमें न्याय नहीं मिलेगा।

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