ग्रेटर कैलाश छापेमारी मामला : 160 करोड़ रुपये उगल चुका है यह वकील
शनिवार रात बरामद हुई रकम को मिला लिया जाए, तो रोहित टंडन की कुल अघोषित आय 160 करोड़ से ज्यादा हो गई है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश-1 इलाके में जिस लॉ फर्म के दफ्तर पर शनिवार देर रात छापेमारी में 13.56 करोड़ रुपए बरामद हुए थे, उसके मालिक वकील रोहित टंडन ने पिछले ही महीने आयकर विभाग की छापेमारी के बाद अनअकाउंटेड 128 करोड़ रुपये घोषित किए थे।
इसके अलावा, आयकर विभाग ने उनके बैंकों से भी अघोषित 19 करोड़ रुपये बरामद किए थे। ऐसे में अब शनिवार रात बरामद हुई रकम को मिला लिया जाए, तो टंडन की कुल अघोषित आय 160 करोड़ से ज्यादा हो गई है।
दिल्ली: पॉश इलाके में क्राइम ब्रांच की छापेमारी, 13.65 करोड़ रुपये बरामद
अब तक की जांच में सामने आया है कि करीब 20 दिन पहले भी आयकर विभाग ने छापा मारकर 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम बरामद की थी। खुद रोहित टंडन बड़े वकील तो नहीं, पर सुप्रीम कोर्ट में भी प्रैक्टिस कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि रोहित टंडन ने 2005 में एक ZEUS Law फर्म खोला था, उसके बाद साल 2014 में टंडन एंड टंडन लॉ फर्म जीके वन में भी खोली। इसके बाद रोहित का लक्ष्य था कि दुबई और चंडीगढ़ में भी इस फर्म के ऑफिस हों। ऐसा बताया जा रहा है कि ये फर्म रियल एस्टेट होटल्स और कारपोरेट के मामले देखने सुलझाने के लिए काम करती है।
यह भी जानें
अक्टूबर में सिर्फ टंडन ही नहीं, बल्कि दिल्ली के कुछ और बड़े दलालों के यहां छापेमारी की गई थी, जिसमें सेक्स काण्ड में गिरफ्तार हो चूका पी एन सान्याल, खुद रोहित टंडन, एक दीपक तलवार, और OSA के केस का आरोपी संजय भंडारी भी शामिल था।
बताया जा रहा है कि टंडन ने जोर बाग में 2014 में दिल्ली में एक बड़ी मकान की डील की थी। यह डील करीब 100 करोड़ रुपये की थी, जो 12 हजार स्केयर फ़ीट का था।
बता दें कि शनिवार रात को बरामद हुए 13.56 करोड़ रुपये में 2.6 करोड़ रुपए नए 2000 के नोटों के रूप में हैं। वहीं 7 करोड़ रुपए 1000 रुपये के नोट की शक्ल में हैं, तो 3 करोड़ रुपए 100-100 के नोटों में।
वहीं, बाकी बचा पैसा 50 और 500 रुपये के नोटों के तौर पर बरामद हुआ है। छापा मारने वाले अधिकारी भी यह देखकर हैरान रह गए कि टंडन ने कैसे आलमारियों और कार्टन में रुपये भर कर रखे हुए थे।
बताया जा रहा है कि ग्रेटर कैलाश-1 इलाके स्थित टंडन की लॉ फर्म पर तलाशी का काम अभी भी चल रहा है। ऐसे में बरामद रकम का आंकड़ा और बढ़ जाए तो हैरानी नहीं होगी।
बता दें कि नोटबंदी के बाद से देश भर में आयकर विभाग ने कालाबाजारियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। दिल्ली में हुई इस बरामदगी के अलावा शनिवार को ही देश में अलग-अलग जगहों पर हुई छापेमारी में करीब 30 करोड़ रुपये कैश और 32 किलो के गहने बरामद हुए थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।