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    जानें किस BJP नेता ने कहा- 'केजरीवाल का दिल्ली में नहीं लगता दिल'

    By JP YadavEdited By:
    Updated: Tue, 18 Oct 2016 05:45 PM (IST)

    राष्ट्रीय मंत्री आरपी सिंह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बीमारियों को कभी संजीदगी से लिया ही नहीं, वो अपना इलाज कराने के लिए तो छुट्टी पर होते हैं।

    नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली में बढ़ते डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार को फटकार लगाई है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने इस बहाने आम आदमी पार्टी (AAP) सुप्रीमो केजरीवाल पर हमला बोल दिया है। दिल्ली भाजपा ने कहा कि केजरीवाल का दिल दिल्ली में आजकल लगता ही कहां है, जो उन्हें डेंगू और चिकनगुनिया की फिक्र होगी।

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    केजरीवाल ने दिल्ली वालों को अनाथ बनाकर छोड़ा

    विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने केजरीवाल को घेरेत हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी ये बताती है कि केजरीवाल के लिए राजनीति पहले है और शासन बाद में। अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी ने दिल्ली वालों को अनाथ बनाकर छोड़ दिया और अब लोग अपने आपको छला हुआ महसूस कर रहे हैं।

    भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री बीमारी का बहाना बनाकर कोर्ट को भी गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। ये बात उनके झूठ को बेनकाब करती है। दिल्ली वालों की परेशानी या उनकी समस्याओं से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है।

    वहीं, राष्ट्रीय मंत्री आरपी सिंह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बीमारियों को कभी संजीदगी से लिया ही नहीं, वो अपना इलाज कराने के लिए तो छुट्टी पर होते हैं, लेकिन दिल्ली के लोग कैसे परेशान होते हैं, इसकी फिक्र नहीं।

    यहां पर बता दें कि सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने पूछा था कि क्या केजरीवाल वाकई बीमारी की वजह से डेंगू और चिकनगुनिया के खिलाफ रणनीति बनाने वाली मीटिंग में शामिल नहीं हुए या फिर वो गुजरात में थे? इसे विपक्ष ने मुद्दा बना लिया है।

    दिल्ली में 7400 से अधिक लोग चिकनगुनिया के शिकार

    राजधानी दिल्ली में इस वर्ष अब तक 7400 से अधिक लोग चिकनगुनिया के शिकार हो चुके हैं। डेंगू से प्रभावित लोगों की संख्या भी 3000 के पार पहुंच गई है। नगर निकायों द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक 15 अक्टूबर तक चिकनगुनिया के 7425 मामले दर्ज किए गए। इसमें करीब 660 मामले सिर्फ उत्तरी दिल्ली नगर निगम क्षेत्र में सामने आए।

    दक्षिणी निगम राजधानी में सभी नगर निकायों की तरफ से मच्छरजनित बीमारियों के आंकड़ों की गणना करता है। निगम के अनुसार 8 अक्टूबर तक दिल्ली में चिकनगुनिया के 6700 से अधिक मामले दर्ज किए गए। चिकनगुनिया के 658 मामले एनडीएमसी क्षेत्र से सामने आए हैं।

    डेंगू के मामले धीरे-धीरे कम हो रहे हैं। इस वर्ष 15 अक्टूबर तक 3009 लोग इस बीमारी से प्रभावित हुए हैं, जबकि पिछले एक हफ्ते में करीब 300 नए मामले सामने आए। इस महीने में करीब 876 मामले दर्ज किए गए हैं।

    गत वर्ष 15867 में से 7283 मामले सिर्फ अक्टूबर में सामने आए थे। डेंगू से अस्पतालों में करीब 21 लोगों की मौत हुई है। इसमें नौ मरीजों की मौत के मामले अकेले एम्स में सामने आए। हालांकि, नगर निकाय का दावा है कि अब तक सिर्फ चार लोगों की मौत हुई है।

    दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में 10 साल से चिकनगुनिया के मामलों में वृद्धि हो रही है। वर्ष 2006 में चिकनगुनिया के 13 लाख से अधिक संदिग्ध मामले रिपोर्ट किए गए थे।