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    युवती से 10 साल तक होता रहा गैंगरेप, कई शहरों में सात बार बिकी

    By Jp YadavEdited By: Jp Yadav
    Updated: Wed, 03 Aug 2016 01:17 PM (IST)

    जब उसे होश आया तो उसने खुद को अंबाला में एक कमरे में पाया। वहां पहले से एक लड़की भी बंद थी। अंबाला में पहले एक शख्स ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया।

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    नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली की युवती के सात बार बिकने और फिर उसके साथ दुष्कर्म की अजब कहानी सामने आई है। मां के अलावा पांच बहनों और तीन भाइयों के साथ वेलकम इलाके में रहने वाली युवती का दो जुलाई 2006 को अपहरण हो गया था। अपहरण के बाद उसके साथ दस साल तक दुष्कर्म होता रहा। दुष्कर्म के दौरान उसे सात बार बेचा गया।

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    विरोध पर दागा जाता था सिगरेट से

    विरोध करने उसे जलती लकड़ी से दागा जाता तो कभी सिगरेट से। चाकू और ब्लेड से उसके शरीर पर घाव दिया जाता था। कई बार उसे करंट का झटका भी दिया जाता था। एक बार उसे शादी के लिए खरीद लिया गया लेकिन यहां भी अत्याचार हुआ। अधेड़ पति की मौत के बाद दो बच्चे छीनकर उसे घर से निकाल दिया। भटकते हुए वह किसी तरह अपने घर पहुंची तो पूरा परिवार बिफर पड़ा।

    पीड़िता की मां ने पुलिस से शिकायत की लेकिन कोई मदद नहीं हुई है। अब 20 वर्ष की हो चुकी इस युवती के परिवारीजन कबीर नगर में रहते हैं। जब वह मात्र 15 दिन की थी तभी मामा ने उसे गोद ले लिया था। लेकिन चार साल बाद ही मामा की मौत हो गई। इसके बाद वह मामा के घर तो कभी अपनी मां के पास रहने लगी। वह दो जुलाई 2006 को खजूरी से ऑटो से मां के पास आ रही थी।

    जनता कॉलोनी पुल पर उतरते ही किसी ने उसका मुंह दबाया और कार में डाल लिया। होश आने पर एक अन्य लड़की के साथ कमरे में बंद थी। पता चला कि वह अंबाला में है। कुछ ही दिन बाद उसे गुजरात में बेच दिया गया। युवती ने बताया कि उसे सात जगहों पर बेचा गया, सभी जगहों पर उसके साथ अत्याचार हुआ, दुष्कर्म किया गया और विरोध करने पर तरह तरह से यातनाएं दी गईं।

    सबसे ज्यादा यातना उसे जग्गी नामक व्यक्ति ने दी। न केवल वह उसके साथ दुष्कर्म करता था बल्कि उसे वेश्यावृत्ति के लिए भी मजबूर करता था। विरोध करने पर कभी करंट लगाता था तो कभी जलते चूल्हे से लकड़ी निकालकर हाथ जला देता था। यहां तक कि प्राइवेट पार्ट को सिगरेट से दाग देता था। जुल्म की इस कहानी को बताते हुए वह सिहर उठती है।

    छह साल पहले पंजाब के मनसा स्थित हरीक बुर्ज गांव के अधेड़ ने उसे खरीद कर शादी कर ली। उसने दो बेटों को जन्म दिया जिसकी उम्र पांच व चार साल है। करीब एक साल पहले उसके पति की अधिक नशा लेने की वजह से मौत हो गई। जेठ व जेठानी ने उससे बच्चे छीन लिए और घर से निकाल दिया। भटकते हुए भटिंडा पहुंच गई और किसी तरह अपना पेट पालने लगी।

    इसी बीच वह एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने सिलीगुड़ी गई जहां दिल्ली की एक डांसर से मुलाकात हुई और उसकी मदद से वह 25 जुलाई को दिल्ली पहुंची। वह जनता कालोनी वेलकम में अपनी मां की तलाश कर रही थी, तभी उसकी मुलाकात बहन से हो गई।

    बेटी की दर्द भरी दास्तां सुनकर मां बेहोश हो गई। परिजनों ने खजूरी पुलिस को जानकारी दी है। पुलिस कागजी कार्रवाई में जुटी है क्योंकि जिस समय युवती का अपहरण हुआ था उस समय खजूरी का वह क्षेत्र भजनपुरा इलाके में पड़ता था।

    युवती की मां का कहना है कि जिन्होंने उसकी बेटी पर जुल्म ढाए हैं, उन गुनहगारों को वह जेल भेज कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाकर रहेगी। जिस तरह मैं अपनी औलाद के लिए तरसी हूं, उस तरह अपनी बेटी को नहीं तरसने दूंगी।

    पीड़िता के मुताबिक, दो जुलाई 2006 को वह ऑटो से अकेली कर्दमपुरी लौट रही थी। इसी दौरान जनता कालोनी के पास कार सवार कुछ अज्ञात लोगों ने उसे अगवा कर लिया। कुछ सुंघाने पर वह बेहोश हो गई। जब उसे होश आया तो उसने खुद को अंबाला में एक कमरे में पाया। वहां पहले से एक लड़की भी बंद थी। अंबाला में पहले एक शख्स ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया।

    दुष्कर्म के बाद गुजरात के शख्स को बेचा

    पीड़िता की माने तो दुष्कर्म के बाद अगले ही दिन उसका सौदा कर गुजरात में एक शख्स को बेच दिया गया। पीड़िता के मुताबिक, उसे सात अलग-अलग लोगों को बेचा गया। हर कोई उससे वेश्यावृति कराता या दुष्कर्म करता।

    चार साल बाद बिकी पंजाब में

    चार साल बाद उसे पंजाब के मंसा, बुर्ज हरी गांव में अधेड़ भगेरा सिंह को बेच दिया गया। नशे के आदी भगेरा ने सलमा से शादी कर दी। उसके दो बच्चे भी हुए।

    जो तीन और पांच साल के हैं। करीब एक साल पूर्व अधिक नशा करने के कारण भगेरा की मौत हो गई। भगेरा के बड़े भाई ने सलमा के दोनों बच्चों को छीनकर उसे घर से भगा दिया।

    यूं पहुंची दिल्ली अपने घर

    पीड़िता ने बताया कि पति की मौत के बाद वह भटिंडा आ गई। यहां छोटा-मोटा काम कर अपना गुजारा करने लगी। इस बीच वह काम के सिलसिले में असम के सिलीगुड़ी पहुंची। यहां उसकी मुलाकात दिल्ली तुगलकाबाद की एक डांसर से हुई।

    सलमा ने उसे अपनी कहानी सुनाई तो डांसर का दिल पसीज गया। उसने सलमा को उसके परिवार से मिलवाने की बात की। सलमा ने अपने कुछ पहने हुए जेवरात बेचे और ट्रेन से 25 जुलाई 2016 को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंच गई। यहां उसे महिला डांसर मिली। युवती को बस वेलकम दिल्ली याद था।