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    जामिया को है प्रधानमंत्री मोदी के आने का बेसब्री से इंतजार

    एक तरफ जहां जामिया मिलिया इस्लामिया के कुछ पूर्व छात्र पीएम मोदी को दीक्षांत समारोह में बुलाने का विरोध कर रहे हों वहीं, 100 से अधिक पूर्व छात्रों ने कुलपति को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री को बुलाने का स्वागत किया है।

    By Amit MishraEdited By: Updated: Thu, 03 Dec 2015 07:53 AM (IST)

    नई दिल्ली। एक तरफ जहां जामिया मिलिया इस्लामिया के कुछ पूर्व छात्र पीएम मोदी को दीक्षांत समारोह में बुलाने का विरोध कर रहे हों वहीं, 100 से अधिक पूर्व छात्रों ने कुलपति को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री को बुलाने का स्वागत किया है।

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    छात्रों का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं और हमें उनका बेसब्री से इंतजार है। यदि प्रधानमंत्री जामिया आते हैं तो हमें काफी खुशी होगी। फिलहाल अभी तक पीएमओ की तरफ से दीक्षांत समारोह में शामिल होने का अमंत्रण स्वीकार नहीं किया गया है।

    जामिया के पूर्व छात्रों ने किया पीएम मोदी के आने का विरोध

    सोशल वर्क से इस वर्ष एमए उत्तीर्ण करने वाले पूर्व छात्र प्रवीण कुमार राय का कहना है कि प्रधानमंत्री ने कभी जामिया के छात्रों और यहां की फैकल्टी के बारे में कुछ नहीं कहा। कुछ लोग जानबूझ कर उनका विरोध कर रहे हैं।

    प्रधानमंत्री का का स्वागत करने के लिए पूरा जामिया परिवार तैयार है। कुछ छात्र प्रधानमंत्री जी का विरोध कर रहे है जबकि 2008 में माननीय मोदी जी नो छात्रों और जामिया पर कोई टिप्पणी नहीं की थी। छात्र कने कहा कि प्रधानमंत्री को जामिया परिसर में आने का पूरा अधिकार है और हम सब यह आग्रह करते हैं की माननीय प्रधानमंत्री हमारे परिसर में आएं।

    जामिया के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि होंगे पीएम मोदी ?

    जामिया में राजनीति विज्ञान से पढाई कर रहे रूपेश कुमार का कहना है प्रधानमंत्री जनता द्वारा चुने गए एक संवैधानिक पद आसीन हैं उनका हम स्वागत कर रहे हैं। प्रधानमंत्री का विरोध राजनीति से प्रेरित है। उनका यहां स्वागत है।

    जामिया मिलिया इस्लामिया में अगले साल से संस्कृत की भी पढ़ाई

    जामिया की ही छात्रा अश्वति का कहना है कि देश के प्रधानमंत्री के प्रति जामिया के छात्रों में सम्मान है। कुछ लोगों का विरोध हो सकता है। देश की आवाम ने उनको देश का प्रधानमंत्री बनाया है। वह अब सबके प्रधानमंत्री हैं उनके कार्यकाल की उपलब्धियां आज सबके सामने हैं। इसलिए प्रयोजित विरोध गलत है। हमें प्रधानमंत्री का बेसब्री से इंतजार है।