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    प्रेमिका की हत्या की फिर शव के साथ बैठकर 7 घंटे तक देखता रहा TV

    By JP YadavEdited By:
    Updated: Fri, 10 Jun 2016 01:23 PM (IST)

    हैदर दो साल से मेहरुन्निसा के साथ संबंध था। वह उससे शादी करना चाहता था, लेकिन चार-पांच महीने से मेहरुन्निसा ने उससे संपर्क तोड़ लिया था।

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    नई दिल्ली (स्वदेश कुमार)। उस्मानपुर में तिहरे हत्याकांड की तफ्तीश में पुलिस को पता चला कि आरोपी हैदर हत्या करने के बाद सात घंटे तक घर में मेहरुन्निसा के शव के पास बैठकर टीवी देखता रहा। शाम 7:30 बजे मेहरुन्निसा की हत्या करने के बाद रात 2:30 बजे वह घर से निकला।

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    पूछताछ में आरोपी ने बताया कि जब वह घर पहुंचा तो शबनम टीवी देख रही थी। तीनों की हत्या के बाद वह टीवी देखने लगा। इस दौरान वह जावेद से फोन पर बात करता रहा। उसे शवों को ठिकाने लगाने की कोई तरकीब नहीं सूझी, इसलिए उसे वहीं छोड़कर रात को घर से निकला।

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    जाने से पहले उसने टीवी तो बंद कर दिया, लेकिन एसी चलता ही रहा। इसी वजह से शव को सड़ने में तीन दिन का वक्त भी लगा।

    इस चूक ने पकड़वाया

    मूलत: मोहल्ला काबुली गेट, मवाना, मेरठ निवासी हैदर ने वारदात से पहले नया सिम खरीदा था। उसने अपना मोबाइल जावेद को दिया, जबकि नया सिम अपने पास रख लिया। सीडीआर के आधार पर पुलिस को हैदर के फोन की लोकेशन अलग-अलग नजर आई, लेकिन जांच में यह भी पता चला कि हैदर के इस नए सिम की लोकेशन मेहरुन्निसा के घर के आसपास ही थी। वारदात के दिन ही यह एक्टिव हुआ और रात में बंद हो गया। इसके बाद यह ऑन ही नहीं हुआ। इससे पुलिस का शक पुख्ता हो गया।

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    पुलिस ने इस मामले में बड़ी बेटी मेहरुन्निसा के पूर्व प्रेमी सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान रहीसुद्दीन उर्फ हैदर (30) व उसके साथी जावेद उर्फ सूखा (27) के रूप में हुई है। हैदर चौहान बांगर इलाके में कसाई का काम करता था।

    उसका दो साल से मेहरुन्निसा के साथ संबंध था। वह उससे शादी करना चाहता था, लेकिन चार-पांच महीने से मेहरुन्निसा ने उससे संपर्क तोड़ लिया था। पुलिस उपायुक्त डॉ.अजीत कुमार सिंगला ने बताया कि गत रविवार को गली नंबर 23, ब्रह्मपुरी में सायरा (50) और उसकी दो बेटियों मेहरुन्निसा (19) और शबनम (9) का शव सड़ी-गली हालत में बरामद हुआ था।

    उनकी हत्या गला रेतकर की गई थी। एसीपी आनंद कुमार मिश्र ने एसएचओ विपिन कुमार शर्मा के साथ एसआइ लायक अली व सिपाही सुबोध सहित कुल आठ टीमें जांच में लगाई थी। जांच में यह साफ हो गया कि करीब सौ लोगों से पूछताछ और मेहरुन्निसा के फोन की कॉल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) के आधार पर पुलिस ने नंबर गली नंबर-7, चौहान बांगर में मीट की दुकान चलाने वाले हैदर की तलाश शुरू की।

    उसके नैनीताल जाने का पता चलने पर पुलिस टीम वहां पहुंची, लेकिन वह वहां से भी फरार हो चुका था।1 आखिरकार, बुधवार शाम को जाफराबाद इलाके से हैदर को दबोच लिया गया। उसकी निशानेदही पर दूसरे आरोपी जावेद को पकड़ा गया।

    पूछताछ में हैदर ने बताया कि वह मेहरुन्निसा से शादी करना चाहता था। इसी वजह से सायरा के पति मुन्ना की मौत के बाद वह परिवार की आर्थिक मदद भी कर रहा था। दो साल में वह दो लाख रुपये खर्च कर चुका था। वह हर माह परिवार को 10 हजार रुपये भी दे रहा था, लेकिन पांच-छह महीने से आर्थिक हालत खराब होने के कारण उसने पैसे देने बंद कर दिए।

    इस पर मेहरुन्निसा भी इलाके में ही रहने वाले दूसरे लड़के के साथ घूमने लगी। इससे वह काफी खफा था। इसके साथ ही सायरा ने उससे एक लाख रुपये की मांग की और दुष्कर्म मामले में फंसाने की धमकी भी दी। इसके बाद उसने पूरे परिवार को खत्म करने की साजिश रची।

    दो जून को ही कर दी थी हत्या

    दो जून की शाम को उसने मोबाइल फोन जावेद को देखकर एक लाख रुपये देने की बात कर मेहरुन्निसा को सीलमपुर मेट्रो स्टेशन बुलाया। करीब 6:30 बजे उसके घर से निकलते ही हैदर मीट काटने वाला छुरा लेकर घर पहुंचा।

    दरवाजा खोलते ही उसने सबसे पहले शबनम की गला रेतकर हत्या की और शव को बाथरूम में डाल दिया। इसके बाद दूसरी मंजिल पर जाकर सायरा को मौत के घाट उतारा।

    वहीं जावेद ने मेहरुन्निसा को बताया कि हैदर पैसे लेकर उसके घर पहुंच चुका है। शाम करीब 7:30 बजे मेहरुन्निसा घर पहुंची तो हैदर ने उसका भी गला रेत दिया। 5 जून को बदबू फैलने के बाद शव बरामद हुए थे।