परेशान महिला ने बदला चोला, नाम बदलकर बन गई 'पुजारिन' मंदिर में ली शरण
पुलिस ने महिला को खोजने के लिए उसके फोन को सर्विलांस पर लगा रखा था। गत वर्ष नवंबर-दिसंबर में उसका फोन ऑन हुआ था। अपराध शाखा को फोन से बातचीत के आधार पर पता चला कि वह इटावा में है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने पूर्वी दिल्ली स्थित अपने मायके से एक साल पहले लापता हुई महिला (24) को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले से खोज निकाला है। ससुराल व मायके वालों से परेशान होकर महिला घर छोड़कर चली गई थी। वह इटावा में एक मंदिर में पुजारिन बन गई थी।
अपराध शाखा के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महिला के भाई ने 12 अप्रैल 2016 को उसके लापता होने की शिकायत पुलिस में दी थी। उन्होंने बताया था कि उनकी बहन ससुराल वालों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए डीसीपी ईस्ट कार्यालय गई थी। उसके साथ पिता भी थे। इसी दौरान वह वहां से लापता हो गई। शिकायत के एक हफ्ते बाद मधु विहार थाने में गुमशुदगी के संबंध में शिकायत दर्ज कराई की गई। महिला के परिजनों ने हाई कोर्ट में गुहार लगाई तो मामले को अपराध शाखा में स्थानांतरित कर दिया गया।
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पुलिस ने महिला को खोजने के लिए उसके फोन को सर्विलांस पर लगा रखा था। गत वर्ष नवंबर-दिसंबर में उसका फोन ऑन हुआ था। अपराध शाखा को फोन से बातचीत के आधार पर पता चला कि वह इटावा में है। टीम इटावा गई। वहां संदिग्ध ब्रजेश तिवारी को दबोचा गया। वह पुलिस को महिला के पास ले गया। उसने अपना नाम बदल लिया था। ब्रजेश और उसकी पत्नी अक्सर उस मंदिर में जाते थे। जान-पहचान के बाद ब्रजेश और उस महिला की फोन पर बात होती रहती थी।
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पुलिस ने महिला से पूछताछ की तो उसने लापता होने की सच्चाई बताई। उसने बताया कि उसके प्रति उसके ससुराल वालों का व्यवहार ठीक नहीं था। शादी के कुछ महीने बाद ही वह मायके आ गई थी। मायके वाले भी उससे अच्छे से पेश नहीं आ रहे थे। इस वजह से उसने भागने की योजना बनाई थी। वह दो दिन तक चांदनी चौक स्थित गुरुद्वारों में रही। बाद में वह इटावा चली गई।
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