छात्राओं के सवाल पर बोले बीएस बस्सी, ये हमारे लिए शर्म की बात
सुरक्षित दिल्ली का दावा करने वाले पुलिस के मुखिया के पास उस वक्त कोई जवाब नहीं था जब छात्राओं ने उनसे सुरक्षा से जुड़े सवाल पूछे। छात्राओं के सवालों का जवाब बस्सी के पास सिर्फ इतना था कि यह उनके लिए शर्म की बात है।
पश्चिमी दिल्ली [गौतम कुमार मिश्रा]। सुरक्षित दिल्ली का दावा करने वाले पुलिस के मुखिया के पास उस वक्त कोई जवाब नहीं था जब छात्राओं ने उनसे सुरक्षा से जुड़े सवाल पूछे। छात्राओं के सवालों का जवाब बस्सी के पास सिर्फ इतना था कि यह उनके लिए शर्म की बात है।
एक छात्रा ने बस्सी से पूछा कि पुलिस की मौजूदगी में लोग बीच सड़क पर शराब पीते हैं। लोगों को गालियां देते हैं। नशे में धुत ऐसे लोग कई वारदात को अंजाम देते हैं। ऐसा क्यों होता है? इस पर बस्सी ने कहा कि यदि इस तरह के व्यक्ति हैं और इस तरह की घटना हो रही है तो यह उनके लिए शर्म की बात है। ऐसे लोगों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए।
एक अन्य लड़की ने दूसरा सवाल पूछा कि पुलिस घटना के काफी देर बाद मौके पर पहुंचती है। आखिर ऐसा क्यों होता है? इस पर उन्होंने कहा कि पुलिस के विलंब से पहुंचने तक आप इंतजार न करें, इसी बात के लिए आपको आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया है। जब तक पुलिस मौके पर न पहुंचे तब तक आप खुद ही मुकाबला करें। आपके अंदर इतनी हिम्मत होनी चाहिए। हालांकि इस पर एक छात्रा ने यह पूछकर बस्सी को असहज कर दिया कि कई बार असमाजिक तत्वों का मुकाबला करने के दौरान कानून को अपने हाथ में लेना पड़ता है। बाद में ऐसे लोगों को पुलिस परेशान करती है। तो फिर मुकाबला कैसे किया जा सकता है।
एक लड़की ने पूछा कि दिल्ली की महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस क्यों नहीं करती। पुलिस इस दिशा में क्या कर रही है? कामकाजी महिलाएं कई बार आॉफिस से देर रात घर पहुंचती हैं। खासकर, कॉल सेंटर में काम करने वाली महिलाएं। ये सुरक्षित हैं इस बात पर यकीन कैसे किया जाए।
एक छात्रा ने बस्सी से पूछा कि आप पुलिस अधिकारी कैसे बने? बस्सी ने कहा कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी विद्यालय में हुई है। कड़ी मेहनत व लगन के बूते उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है। आप भी ऐसा कर सकती हैं। बस्सी के उत्तर से कार्यक्रम मे मौजूद छात्राओं ने उनका स्वागत तालियों की गड़गड़ाहट के साथ किया।
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