बाबा रामदेव की यूपी में दस्तक, प्लांट लगाएगी पतंजलि आयुर्वेद
रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद दिल्ली के बेहद नजदीक यमुना एक्सप्रेस-वे क्षेत्र में प्लांट लगाने की तैयारी में है। पंतजलि आयुर्वेद यहां पर यूनिवर्सिटी भी खोलेगा।
नोएडा (जेएनएन)। अपने देशी उत्पादों के जरिये देशभर में सफलता के नए कीर्तिमान लिखने बनाने वाले योगगुरु बाबा रामदेव अब उत्तर प्रदेश में भी दस्तक देने की तैयारी में हैं। रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद दिल्ली के बेहद नजदीक यमुना एक्सप्रेस-वे क्षेत्र में प्लांट लगाने की तैयारी में है। इतनी ही नहीं, वे यहां पर एक यूनिवर्सिटी भी स्थापित करने की तैयारी में हैं।
गो-मूत्र रहित हैं अधिकांश उत्पाद : पतंजलि योगपीठ
प्लांट-यूनिवर्सिटी को लेकर YEIDA से चल रही पतंजलि आयुर्वेद से बात
सूत्रों के अनुसार, प्लांट लगाने के बाबत पतंजलि आयुर्वेद से बड़े अधिकारियों की प्रथम चरण की बातचीत यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक प्राधिकरण (YEIDA) से हो चुकी है। प्लांट लगाने के लिए जरूरत के मुताबिक, 200 एकड़ जमीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। बताया जा रहा है कि प्लांट के निर्माण में 320 करोड़ की लागत आएगी।
पतंजलि यूनिवर्सिटी के पास होगा प्लांट
सूत्रों की माने तो पतंजलि के इस प्लांट को यमुना एक्सप्रेस-वे पर प्रस्तावित पतंजलि यूनिवर्सिटी के बेहद नजदीक बनाने का इरादा है। यही वजह है कि पतंजलि आयुर्वेद यहां पर यूनिवर्सिटी बनाने के लिए 150 एकड़ जमीन खरीदने की योजना बना रहा है। इस पर तकरीबन 250 करोड़ रुपये के आसपास का खर्च आएगा।
YEIDA ने भी माना चल रही प्लांट लगाने की बात
YEIDA से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी ने भी स्वीकार किया है कि पतंजलि आयुर्वेद ने यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण से जमीन खरीदने की बातचीत चल रही है। अधिकारी ने बताया कि पतंजलि का इरादा यहां पर प्लांट लगाने के साथ यूनिवर्सिटी खोलने का भी है।
उत्तर भारत में बढ़ी पतंजलि आयुर्वेद के उत्पादों की मांग
उत्तर प्रदेश में दिल्ली के बेहद नजदीक प्लांट लगाने के लिए पतंजलि आयुर्वेद का कई मकसद देखा जा रहा है। योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने चालू वित्त वर्ष के दौरान अपना कारोबार दोगुने से भी अधिक बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपये के पार पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने वर्ष के दौरान छह प्रसंस्करण इकाइयों पर 1,150 करोड़ रपये निवेश की भी योजना बनाई है।
पिछले दिनों पतंजलि आयुर्वेद के प्रवर्तक योग गुर रामदेव ने खुद यह बात बताई थी। बाबा रामदेव के मुताबिक, हम देश के विभिन्न हिस्सों में पांच-छह प्रसंस्करण इकाइयां लगाएंगे, जिसमें 1,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
इसके अलावा शोध एवं विकास पर 150 करोड़ रपये खर्च किए जाएंगे। हम चालू वित्त वर्ष के दौरान अपना कारोबार दोगुना कर 10,000 करोड़ पर पहुंचाएंगे। ये इकाइयां असम, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्टू, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में लगाई जाएंगी।