UP: इस जिले के 5000 शहरी-ग्रामीणों को Income tax का नोटिस
कृषि भूमि की आड़ में मुनाफा कमाने वाले शहरी-ग्रामीणों पर आयकर विभाग सख्त हो गया है। गौतमबुद्ध नगर के करीब पांच हजार शहरी-ग्रामीणों नोटिस भेज दिया है।

नोएडा (कुंदन तिवारी)। कृषि भूमि की आड़ में मुनाफा कमाने वाले शहरी-ग्रामीणों पर आयकर विभाग ने नजर टेढ़ी कर दी है। गौतमबुद्ध नगर के करीब पांच हजार शहरी-ग्रामीणों को विभाग की ओर से पेनाल्टी का नोटिस थमाए जाने से हड़कंप मचा हुआ है।
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गाजियाबाद, गुड़गांव व फरीदाबाद के शहरी-ग्रामीणों को भी नोटिस जारी किया गया है। 1नाम न छापने की शर्त पर आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शहरी-ग्रामीणों को यह नोटिस वर्ष 2008-2009 के एसेसमेंट(आगणन) के आधार पर जारी हुआ है।
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सभी शहरी-ग्रामीणों को विभाग की ओर से वित्तीय वर्ष 2014-15 में सत्यापन का भी नोटिस जारी किया गया था। इसमें उनसे जानकारी मांगी गई थी, लेकिन किसी भी शहरी ग्रामीण ने आयकर विभाग के इस सत्यापन नोटिस को संज्ञान नहीं लिया और जानकारी उपलब्ध नहीं कराई।
ऐसे में अगली कार्रवाई करते हुए आयकर विभाग की ओर से सभी केस को स्क्रूटनी में डाल दिया गया है। इस कारण अब संबंधित लोगों को विभाग के पास लिखित दस्तावेज उपलब्ध कराना होगा और साथ ही पेनाल्टी भी चुकानी होगी।
अधिकारियों का कहना है कि यह नोटिस आयकर विभाग के प्रत्येक जिले के प्रधान आयुक्त के निर्देश पर जारी हुए हैं। नोटिस में संबंधित लोगों के बैंक अकाउंट व निबंधन विभाग (रजिस्ट्री) की रिपोर्ट का हवाला दिया गया है। नोटिस में बैंक में बिना आयकर विभाग को टैक्स चुकाए पैसे का आदान-प्रदान करने और जमीन की खरीद फरोख्त में पैन कार्ड का इस्तेमाल नहीं किए जाने का जिक्र है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इन विसंगतियों की स्थिति में बैंक व रजिस्ट्री विभाग की रिपोर्ट जब वित्त मंत्रलय पहुंची तो वहां स्वत: ही कंप्यूटर ने आयकर नियमों के उल्लघंन में इन लोगों को संदिग्ध मानते हुए कार्रवाई के लिए शार्ट लिस्ट कर लिया।

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