भारत में हुआ जन्म, कुंबले से ली प्रेरणा और फिर भारत को ही किया सन्न
प्रतिभा उस खुली हवा की तरह है जिसे सरहदों और बदलते माहौल से कोई फर्क नहीं पड़ता, वह जहां जाती है अपने को ढालने में सक्षम होती है..खेल जगत में कई ऐसे खिलाड़ी रहे जिन्होंने जन्म तो कहीं और लिया लेकिन किसी और देश में जाकर अपने मौकों को तलाशा भी और तराशा भी।
नई दिल्ली। प्रतिभा उस खुली हवा की तरह है जिसे सरहदों और बदलते माहौल से कोई फर्क नहीं पड़ता, वह जहां जाती है अपने को ढालने में सक्षम होती है..खेल जगत में कई ऐसे खिलाड़ी रहे जिन्होंने जन्म तो कहीं और लिया लेकिन किसी और देश में जाकर अपने मौकों को तलाशा भी और तराशा भी। क्रिकेट में भी एक ऐसा भारतीय नाम है जो इन दिनों छाया हुआ है..किसी भारतीय टीम की तरफ से नहीं, न्यूजीलैंड 'ए' क्रिकेट टीम की तरफ से।
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नाम- इंदरबीर सिंह सोढी, उम्र-20 साल, जन्म स्थान- लुधियाना (पंजाब)। न्यूजीलैंड 'ए' क्रिकेट टीम के अहम लेग स्पिनर इंदरबीर उर्फ इश सोढी इन दिनों सातवें आसमान पर हैं, जाहिर तौर पर उनकी भावनाएं काफी मिली जुली होंगी लेकिन असमंजस की यह स्थिति खुशनुमा होगी। इश इन दिनों विशाखापंट्टनम में इंडिया 'ए' टीम के खिलाफ न्यूजीलैंड 'ए' की तरफ से गैर आधिकारिक टेस्ट सीरीज खेल रहे हैं। दूसरे टेस्ट की पहली पारी में ही इस स्पिनर ने अपने ऑलराउंडर होने का प्रमाण दे दिया और भारतीय टीम को बैकफुट पर ढकेलने में अहम भूमिका निभाई। पहली पारी में इश ने अंतिम ओवरों में 10वें स्थान पर खेलते हुए ब्रेसवेल के साथ ना सिर्फ शानदार साझेदारी को अंजाम दिया बल्कि अर्धशतक भी पूरा किया। संयम भरी पारी में उन्होंने 142 गेंदों का सामना करते हुए 57 रन बनाए, जिससे यह साबित हो गया कि वह आगे न्यूजीलैंड की टेस्ट टीम में वही भूमिका निभा सकते हैं जो कभी अपने फॉर्म के जमाने में डेनियल विटोरी निभाया करते थे।
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इश सोढी ने कभी नहीं सोचा था कि वह एक दिन अपने जन्म स्थान यानी भारत के खिलाफ उसी के होम ग्राउंड पर एक विदेशी टीम की तरफ से खेलेंगे। न्यूजीलैंड में यूं तो पहले भी कुछ भारतीय मूल के क्रिकेटरों ने टीम में जगह बनाई लेकिन उनमें से किसी का जन्म भारत में नहीं हुआ था। इश जब चार साल के थे (1996) तब उनका परिवार लुधियाना से न्यूजीलैंड चला गया था और तब से वह वहीं रह रहे हैं। उनका क्रिकेट प्रेम बचपन में ही घर के करीब अपने गलियारों में पनपा था। आज भी वह लुधियाना को अपना दूसरा घर मानते हैं। इश के पिता डॉक्टर हैं जबकि मां एक शिक्षिका, लेकिन उसके बावजूद उन्हें अपने परिवार से क्रिकेट में आगे बढ़ने का पूरा प्रोत्साहन मिला। महान भारतीय लेग स्पिनर अनिल कुंबले को प्रेरणास्त्रोत मानने वाले इश आज न्यूजीलैंड टेस्ट क्रिकेट टीम में शामिल होने के प्रबल दावेदारों में से हैं और अगले साल भारत के न्यूजीलैंड दौरे के दौरान मुमकिन है कि उनका यह सपना पूरा भी हो जाए, और वह लम्हा ज्यादा खास इसलिए होगा क्योंकि फिर उनका डेब्यू भी भारत के खिलाफ ही होगा।
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