सनसनीखेज खुलासा : वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना में लगते नक्सलियों के ट्रेनिंग कैंप
पश्चिम चंपारण के वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना (वीटीआर) में नक्सली ट्रेनिंग कैंप का खुलासा हुआ है। यहां नक्सली कैंप लगना नई बात है। इस खुलासे से पुलिस परेशान है।
पश्चिम चंपारण [जेएनएन]। बिहार में नक्सली प्रभाव वाले इलाकों में कमी के पुलिसिया दावों के बीच यह हैरान करने वाली खबर है। नक्सलियों को संरक्षण देने के एक आरोपी ने बताया है कि पश्चिम चंपारण के वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना (वीटीआर) में नक्सली ट्रेनिंग कैंप लगाते हैं। विदित हो कि इस इलाके के लिए यह नई बात है।
नक्सलियों को संरक्षण देने के आरोप में गिरफ्तार वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के शिवनाहां गांव निवासी चंचल कुशवाहा को सोमवार को लंबी पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। उस पर नक्सलियों को खाना खिलाने व पुलिस की गतिविधियों की सूचना देने का आरोप है। उसने उक्त सनसनीखेज खुलासा किया।
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अपने स्वीकारोक्ति बयान में उसने कहा कि बीते 4 मार्च को जब एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) चंपापुर बाजार पहुंची थी तो उससे मिलने कमांडर समेत पांच नक्सली आए थे। उनलोगों ने गिरफ्तारी का विरोध भी किया था। उसने बताया कि वीटीआर के गनौली जंगल में दो महीने से नक्सलियों का ट्रेङ्क्षनग सेंटर चल रहा था, मगर पुलिस को इसकी भनक तक नहीं थी।
विदित हो कि एसटीएफ को सूचना मिली थी कि चंपापुर बाजार में नक्सलियों का एक जत्था ठहरा है। इसके बाद 4 मार्च को एसटीएफ के साथ स्थानीय पुलिस छापेमारी करने पहुंची। पुलिस को देख नक्सली भागने लगे। जवानों ने पीछा कर चंचल कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद नक्सलियों ने ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस पर हमला कर चंचल कुशवाहा को भी छुड़ाने की। इस दौरान उन्होंने एसटीएफ के अवर निरीक्षक राजीव रंजन ङ्क्षसन्हा को मारपीट कर बंधक बना लिया था। उन्हें बाद में मुक्त कराया जा सका था।
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