नेपाल में फिर बिगड़े हालात, मधेशियों पर पुलिस फायरिंग में 7 की मौत, 14 घायल
नेपाल में एक बार फिर मधेशी आंदोलन की गूंज सुनाई दे रही है। कल फिर मधेशी मोर्चा के कार्यकर्ता और पुलिस में झड़प हो गई जिसमें 7 की मौत हो गई और 10 लोग घायल हो गए।
पूर्वी चंपारण [जेएनएन]। पड़ोसी देश नेपाल के हालात फिर बिगडऩे लगे हैं। संविधान संशोधन बगैर नगर निकाय चुनाव की घोषणा से नाराज मधेशी मोर्चा के कार्यकर्ता सड़कों पर आंदोलनरत हैं। इसी क्रम में सोमवार को सप्तरी जिले के कंचनपुर में आंदोलनकारियों की पुलिस से हिंसक झड़प हो गई।
इसके बाद पुलिस ने फायरिंग कर दी। इसमें 7 की मौत और 10 लोग जख्मी हो गए। घटना के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। चौक-चौराहों पर पुलिस व मधेशी आंदोलनकारियों की गोलबंदी तेज हो गई है।
जानकारी के मुताबिक, मधेशी मोर्चा के कार्यकर्ता एमाले ( माक्र्सवादी -लेनिनवादी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल) के विरोध में लाठी जुलूस निकालकर प्रदर्शन कर रहे थे। चौक-चौराहों पर आगजनी की गई। नतीजा, सड़कों पर अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल हो गया। पुलिस यातायात चालू कराने में जुटी थी।
इस दौरान मोर्चा कार्यकर्ताओं व पुलिस में झड़प हो गई। पुलिस ने फायरिंग कर दी। इसमें संजन महतो दिगंबर यादव सहित तीन की मौत हो गई। जबकि, चौदह लोग घायल हो गए। इसमें चार की हालत गंभीर है। मृतकों में तीसरे के नाम का पता नहीं चला है। ये सभी आंदोलनकारी हैं।
पुलिस ने आंदोलन समिति के संयोजक अनुज यादव को हिरासत में ले लिया। बाद में आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर हमला कर अनुज यादव को छुड़ा लिया। सप्तरी के जिलाधिकारी उद्धव तिमिल्सिना ने कहा कि घटना की सूचना मिली है। सटीक जानकारी ले रहे हैं।
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