पाकिस्तान ¨जदाबाद के नारे लगाने वालों पर देशद्रोह का हो मुकदमा : शाही
वैशाली। विवादास्पद मुस्लिम धर्मगुरु जाकिर नाईक की संस्था से जुड़े लोगों द्वारा जाकिर नाईक व अ
वैशाली। विवादास्पद मुस्लिम धर्मगुरु जाकिर नाईक की संस्था से जुड़े लोगों द्वारा जाकिर नाईक व असउद्दीन ओवैसी समर्थन में राजधानी पटना में शुक्रवार को निकाले गए प्रदर्शन में पाकिस्तान ¨जदाबाद के नारे लगाने को पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश प्रसाद शाही ने देशद्रोही करार दिया है। जाकिर नाईक व असउद्दीन ओवैसी के समर्थन में किए गए प्रदर्शन में शामिल लोगों द्वारा खुलेआम राजधानी की सड़कों पर घूम-घूमकर पाकिस्तान ¨जदाबाद के नारे लगाने को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुंह पर करारा तमाचा बताते हुए पूर्व जिलाध्यक्ष उमेश शाही ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान ही इस तरह के लोगों को अविलंब गिरफ्तार कर इनकी देशद्रोही गतिविधियों के विरूद्ध तत्काल देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर कानून के कठघरे में खड़ा करना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि केवल मुस्लिम वोट बैंक के सहारे सत्ता प्राप्त करने के लोभ व भविष्य में मुस्लिम वोटों के छिटकने के भय के कारण ही इस तरह के देश विरोधी प्रदर्शनकारियों के सामने घुटने टेक प्रदेश के साथ ही देश की गरिमा भी ताक पर रख दी। जेएनयू कैंपस में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व लोकतांत्रिक अधिकारों के नाम पर पूर्व में देश विरोधी नारे लगा देशद्रोह के अभियुक्त बने जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के बिहार आगमन के क्रम में राजधानी पटना पहुंचने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से कन्हैया कुमार की सुरक्षा में एसपी, डीएसपी व अन्य पुलिस पदाधिकारियों सहित एक सौ से भी अधिक पुलिस कर्मियों को शामिल करने को मुख्यमंत्री की ओर से उठाया गया गलत कदम बताते हुए पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सह वरीय अधिवक्ता उमेश शाही ने कहा कि मुस्लिम वोटों के लालच में धर्मनिरपेक्षता की कथित राजनीति करने वाले दलों सरकारों की ओर से उठाए गए इन्हीं गलत कदमों की वजह से इस देश में देश विरोधी गतिविधियों में जुटे लोगों को मजबूती मिलती है।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि खाना ¨हदुस्तान में एवं सोच पाकिस्तान में रखने वाले लोगों के प्रति अपना सहयोग व समर्थन व्यक्त कर क्या मुख्यमंत्री बिहार को कश्मीर बनाना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि एक तो बिहार पुलिस अपनी अक्षमता के कारण सूबे के अपराधियों से ही निपट नहीं पा रही है। उपर से इस तरह के लोगों को सहन कर इनके प्रति मौन समर्थन व्यक्त करना सूबे की नई पीढ़ी का भविष्य बर्बाद कर देगा।