आशा रंजन को दुबई से आया फोन, शहाबुद्दीन के खिलाफ केस वापस लो, वर्ना
बिहार में चर्चित पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में दुबई से किसी ने कॉल कर किसी ने आशा रंजन को फोन कर केस वापस लेने की धमकी दी है। एेसा नहीं करने पर जान से मारने की भी धमकी दी है।
पटना [जेएनएन]। बिहार के बहुचर्चित पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में अब अज्ञात अपराधियों ने उनकी पत्नी को जान से मारने की धमकी दी है। आशा रंजन ने सिवान के महादेवा थाने में लिखित आवेदन दिया है जिसमें लिखा गया है कि अज्ञात शख्स ने दुबई से फोन कर धमकी दी है कि शहाबुद्दीन के खिलाफ केस वापस लो नहीं तो तुम्हारे साथ परिवार के टुकड़े-टुकड़े कर डालेंगे।
आशा रंजन को जिसने फोन किया है वह फोन नंबर दुबई का है जिसमें अज्ञात अपराधी ने उन्हें +671 नंबर से कॉल कर धमकी दी है कि शहाबुद्दीन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से अपने पति की हत्या का केस वापस ले लो नहीं तो तुम्हारे इतने टुकड़े करेंगे कि गिन नहीं पाओगी।
जानकारी के मुताबिक बीते 26 दिसंबर की रात को आशा रंजन को एक कॉल आया जिसमें अज्ञात शख्स ने खुद को शहाबुद्दीन का आदमी बताते हुए केस वापस लेने की धमकी दी है। फोन करने वाले ने आशा को ऐसा न करने पर जान से मारने और टुकड़े-टुकड़े करने की धमकी दी है।
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मामले को लेकर आशा रंजन ने पुलिस से शिकायत की है। मालूम हो कि सीवान में हुए इस मर्डर के बाद फिलहाल दिल्ली के सुप्रीम कोर्ट में इसकी सुनवाई हो रही है। आगामी 17 जनवरी को इस मामले में अगली सुनवाई होनी है।मामले में आरोपी बनाये गए बाहुबली नेता शहाबुद्दीन भी फिलहाल दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हैं।
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महादेवा ओपी के थानाप्रभारी अरविंद कुमार गुप्ता ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि आशा रंजन ने सुरक्षा की गुहार लगाई है और वो काफी डरी हूुई हैं। उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है और उन्होंने इसका लिखित आवेदन दिया है।
गौरतलब है कि 13 मई 2016 को जब पत्रकार राजदेव रंजन अपने आॅफिस से घर लौट रहे थे इस दौरान कुछ अपराधियों ने को गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। हालांकि राज्य सरकार की अनुशंसा पर इस मामले की सीबीआई जांच चल रही है।
इस मामले में आशा रंजन ने आरजेडी के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन पर साजिश्कर्ता होने का आरोप लगाया था जो फिलहाल सिवान जेल में बंद हैं। इससे पहले आशा रंजन ने शहाबुद्दीन तिहाड़ जेल में शिफ्ट करने को लेकर भी याचिका दायर की थी। बता दें कि सीवान में हुए इस मर्डर के बाद सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई चल है। इस मामले की अगली सुनवाई 17 जनवरी को होगी।
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