शादीशुदा प्रेमिका को ले भागा प्रेमी, चुपके से रचा ली शादी
पहले प्यार को भूल ना सकी और प्रेमी के भगाने पर उसके साथ भागकर एक शादीशुदा प्रेमिका ने मंदिर में उसके साथ शादी रचा ली। अब प्रेमी परिवार सहित फरार हो गया है, वह उसका इंतजार कर रही।
पटना [जेएनएन]। प्रेमिका की शादी किसी और से हो गई तब भी प्रेमी का उसके लिए प्यार कम नहीं हुआ। वह उसे उसके ससुराल से भगाकर ले गया। हरिद्वार ले जाकर उससे शादी रचा ली और उसके साथ घर वापस आया। अब उसके घर वाले प्रेमिका को अपनाने से इंकार कर रहे हैं और लड़का भी परिवार के साथ प्रेमिका को छोड़कर फरार हो गया है।
बंद घर के दरवाजे पर बैठी प्रेमिका अपने पति का इंतजार कर रही है जिसने दस साल से उसके साथ रिश्ता रखा, ससुराल से भगाकर शादी की और कहा कि मैं तेरे बगैर नहीं रह सकता, कभी साथ नहीं छोड़ूंगा..एेसी बातें करने वाला प्रेमी आज जाने कहां छोड़कर चला गया है। क्या उसे प्यार की बातेें याद नहीं?
घटना सारण जिला मुख्यालय से महज 30 किलोमीटर दूर एकमा प्रखंड क्षेत्र के परसागढ़ गांव की है जहां एक महिला अपने तीन वर्षीय बच्चे के साथ अपने पति के दरवाजे पर उसका इंतज़ार कर रही है मगर उसका पति अपने पूरे परिवार के साथ घर छोड़ कर फरार है। मामला लव, सेक्स व धोखा का है जहां पति शादी के बाद महिला को अपनाने से इंकार कर रहा है।
प्रेमिका की हो गई थी शादी फिर उसे भगा लाया था प्रेमी
महि्ला पिंकी देवी ने बताया कि उसके व पड़ोस के ही अभिनंदन कुमार के बीच प्रेम हुआ। धीरे-धीरे दोनों का प्रेम परवान चढ़ने लगा और दोनों ने एक साथ जीने मरने की कसमें भी खाई। दोनों के परिजनों को इस मामले की जानकारी हुई तो पिंकी के परिजनों ने उसकी शादी नजदीक के ही एक गांव में कर दी। मगर वहां भी प्रेमी ने उसका पीछा नहीं छोड़ा और उसे भगाकर ले आया। पिंकी के अनुसार अभिनंदन ने हरिद्वार जाकर उसके साथ शादी की।
पति का कर रही है इंतजार
अपने पति के दरवाजे पर इस भीषण ठंड में पिंकी ठिठुर रही है। पिंकी बीते 22 दिसंबर से ही अभिनंदन के दरवाजे पर अपने तीन साल के बेटे के साथ इस आस में बैठी है कि शायद अब उसका अभिनंदन आ जाए। पिंकी बताती है कि उसने न्याय के लिए न्यायलय का दरवाजा भी खटखटाया, वहां से निर्णय पिंकी के पक्ष में आया।
पढ़ें - शादी से पहले प्रेमिका हुई प्रेग्नेंट तो प्रेमी ने कहा - किसका पाप लेकर घूम रही?
कोर्ट के आदेश को सुनकर पति है फरार
न्यायलय के निर्देश पर एकमा थाना में पदस्थापित सहायक सब इंस्पेक्टर जय प्रकाश सिंह उसे अभिनंदन के दरवाजे पर छोड़ गए। पिंकी बताती है कि अभिनंदन के परिजन को न्यायालय के निर्णय की सुचना पहले ही मिल गई थी इसलिए वे घर छोड़ कर फरार हो गए व घर में ताला लगा दिया।
पढ़ें - लड़कियों को छेड़ते थे मनचले, एेसी सजा मिली कि मुंह छुपाए फिर रहे
दस सालों से था प्रेम
पिंकी परसागढ़ निवासी कैलाश प्रसाद की बेटी है जबकि अभिनंदन उसी के पड़ोस में रहने वाले सुरेंद्र प्रसाद का पुत्र है। दोनों का प्रेम प्रसंग विगत 10 वर्षों से चल रहा है। अब इस मामले में देखना यह है कि न्यायलय के निर्देश के बाद भी क्या पिंकी को न्याय मिलेगा, या वो अपने पति के दरवाजे पर यु ही अपने बच्चे के साथ ठिठुरती रहेगी।
कहा - एकमा के थानाध्यक्ष ने
माननीय न्यायलय के आदेशानुसार हम उसे उसके पति के घर पंहुचा आये है, आगे क्या हुआ इस बारे में मुझे कोई जानकारी नही है। हम अभिनन्दन के परिजनों से संपर्क करने के प्रयास में हैं।
नीरज कुमार,थानाध्यक्ष, एकमा
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।