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सोशल मीडिया का प्रतीक चिन्ह 'एट द रेट @' यानि हाथी की सूंड़....जानिए

सोशल मीडिया पर हम @ इस चिन्ह का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं। मेल करना हो या इंटरनेट पर कुछ सर्च करना हो और अब तो आम बोलचाल की भाषा में भी लिखने में इस चिन्ह का खूब इस्तेमाल करते हैं। आइए जानते हैं इसकी कुछ रोचक बातें....

By Kajal KumariEdited By: Published: Thu, 17 Mar 2016 12:53 PM (IST)Updated: Fri, 18 Mar 2016 07:39 AM (IST)
सोशल मीडिया का प्रतीक चिन्ह 'एट द रेट @' यानि हाथी की सूंड़....जानिए

पटना [काजल]। सोशल मीडिया पर हम @ इस चिन्ह का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं। मेल करना हो या इंटरनेट पर कुछ सर्च करना हो और अब तो आम बोलचाल की भाषा में भी लिखने में इस चिन्ह का खूब इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है यह चिन्ह @ यानी 'ऐट द रेट ऑफ़' चिह्न का मतलब कहां, क्या है?

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चिन्ह @ से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां-

अफ्रीकी देशों में इसे aapstert कहा जाता है, जिसका अर्थ है 'बंदर की पूंछ " आर्मीनियाई भाषा में इसे कुत्ते का बच्चा कहते हैं तो वहीं चीन में इसे घुमावदार ए कहते हैं। ताईवान की चीनी भाषा में इसे छोटा चूहा कहते हैं और वहीं, डेनिश ज़ुबान में हाथी की सूँड़ कहा जाता है। नीदरलैंड में डच इसे छोटे बंदर की पूंछ कहते हैं।

फ्रांस मे तो इसे घोंघा कहा जाता है और ग्रीस में लोग इसे छोटा बतख कहते हैं। यूरोप के ही एक और देश में @ को कीड़ा भी कहा जाता है। वहीं, मध्य एशियाई देश कज़ाख़िस्तान में इसे चांद का कान कहा जाता है। जर्मनी में @ को स्पाइडर मंकी, बंदर फांसी और चिपकने वाला बंदर भी कहते हैं।नार्वे में इसे 'सुअर की पूंछ, पोलैंड में 'छोटी सी बिल्ली और रूस में 'छोटा कुत्ता " कहा जाता है।

ऐसा नहीं कि हर देश में @ यानी ऐट द रेट ऑफ़ प्रतीक को जानवरों वाला नाम ही दिया गया हो। बोस्निया में इसे झक्की A कहते हैं। वहीं स्लोवाकिया में अचारी फ़िश रोल, तो तुर्की में ख़ूबसूरत वाला A कहकर बुलाते हैं।

शुरूआत कब और कैसे हुई...

कीथ ह्यूस्टन के मशहूर ब्लॉग 'शेडी कैरेक्टर्स' ने लिखा कि ई-मेल के पते के लिए सबसे पहले @ प्रतीक का इस्तेमाल 1971 में हुआ था और पहली बार कंप्यूटर इंजीनियर रे टॉमलिंसन ने ई-मेल के पते के लिए इस प्रतीक का इस्तेमाल किया था। उस वक़्त तक ई-मेल का बहुत इस्तेमाल नहीं होता था।

पहली बार रे टॉमलिंसन ने इसे अपने नए ई-मेल सिस्टम में इस्तेमाल करने के लिए चुना था और उनके द्वारा चुना गया यह चिन्ह आज @ पूरी दुनिया में ई-मेल के पते के लिए इस्तेमाल हो रहा है।

तौल-भाव के रूप में होता था इस्तेमाल

हालांकि ई-मेल का पता बताने के लिए इस्तेमाल होने से पहले भी @ सिंबल का अंग्रेज़ी में प्रयोग किया जाता था लेकिन इसका इस्तेमाल तौल- भाव बताने के लिए होता था। जैसे बीस रोटिंया @ दस रूपए या पांच गुलाब @ पांच रुपए। वैसे इस चिन्ह @ के सबसे पहले इस्तेमाल का ज़िक्र 1536 का मिलता है।

जब इटली के फ्लोरेंस शहर के एक कारोबारी ने, अपनी चिट्ठी में वाइन का रेट बताने के लिए @ प्रतीक को इस्तेमाल किया था। ऐसे डिब्बों में अक्सर वाइन का कारोबार होता था। ग्रीस और रोमन साम्राज्य, दोनों जगह पुराने ज़माने में ऐसे डिब्बे चलन में थे। इन्हीं से ये @ प्रतीक, अंग्रेज़ों के देश पहुंचा।

आज छाया हुआ है-

अब पता चला कि प्यारे कुत्ते से लेकर छोटी बत्तख़ और अचारी फ़िश रोल से लेकर घोंघे तक, पूरी दुनिया, ई-मेल का पता बताने वाले @ को अलग-अलग नाम से जानती-मानती है।

आज आप बड़े आराम से एक बटन दबाते हैं, इस @ चिन्ह को मेल के पते में इस्तेमाल करते हैं, फिर आपका ये ई-मेल सही आदमी तक पहुंच जाता है। है ना कमाल, भूमध्यसागर में वाइन के डिब्बों से होता हुआ ये चिन्ह @ आज पूरी दुनिया पर राज कर रहा है।


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