दीपावली में बन रहे ये खास संयोग, धनतेरस में सूर्यास्त से पहले करें खरीदारी
इस बार दीपावली-धनतेरस में कुछ खास संयोग बन रहे हैं जिसे अपनाने से माता लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसेगी। पंडित श्रीपति त्रिपाठी के अनुसार इस बार दुरूधरा य ...और पढ़ें
पटना [जेएनएन ]। दीपावली और धनतेरस पर ग्रह-गोचरों का शुभ संयोग बनने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा जातकों पर होगी। दीपावली में इस बार ग्रह-ग्रोचरों के खास संयोग बन रहे है। रविवार 30 अक्टूबर को सूर्य द्वादश भाव में स्थिर रहेगा,जिसके कारण दुरूधरा योग बन रहा है।
यह जातकों के लिए विशेष लाभदायी है। चंद्रमा के दोनों ओर शुभ ग्रह रहने से करतरी योग बन रहा है। दीपावली में चंद्रमा तुला राशि एवं चित्रा के बाद अश्विनी नक्षत्र बनने से दीपावली खास होगी। धनतेरस के दिन सूर्यास्त के पहले खरीदारी करना शुभ माना जा रहा है। सूर्यास्त के पहले धनतेरस के दिन प्रदोष काल का संयोग बन रहा है, जिसमें खरीदारी करना शुभ है।
धनतेरस से पहले बाजारों में होगी धन वर्षा
इसके साथ ही इस बार धनतेरस से पहले रवि पुष्य नक्षत्र से संयोग से दीपावली एवं धनतेरस से पहले बाजारों में लक्ष्मी की धन वर्षा होगी। पुष्य नक्षत्र के साथ श्रीवत्स योग व अहोई अष्टमी, कालाष्टमी एवं सूर्य बुध के एक साथ होने से शुभ महा संयोग बनेगा।
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पुष्य नक्षत्र की धातु सोना है जिसे खरीदने से अत्याधिक लाभ मिलेगा व 22 को शनिपुष्य व 23 को रविपुष्य का योग बनने से भूमि, भवन, वाहन व अन्य स्थाई सम्पत्ति में निवेश करने से प्रचुर लाभ प्राप्त होगा।
पंडित श्रीपति त्रिपाठी के अनुसार बुधादित्य राजयोग के साथ बाजार में धन वर्षा कराएगा। पंडितजी के अनुसार दीपावली और धनतेरस से पहले रविवार को रवि पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है। इस दिन खरीदारी का विशेष महत्व माना गया है।
इस धनतेरस बने हैं शुभ संयोग
धनतेरस से पहले आने वाला यह योग बाजार में समृद्धि की बहार लेकर आएगा। रवि पुष्य खरीदारी के लिए अपने आप में श्रेष्ठ नक्षत्र में माना जाता है। दिवाली के पहले 15 घंटे का रवि पुष्य नक्षत्र रहेगा। दीपावली के पहले 23 अक्टूबर को खरीदी के लिए बहुत ही अच्छा मुहूर्त रवि पुष्य नक्षत्र आ रहा है।
यह मुर्हूत घरेलू उपयोग के सामान की खरीदारी के लिए शुभ व स्वयं सिद्ध मुहूर्त है। यह पुष्य नक्षत्र एक दिन पूर्व 22 अक्टूबर शनिवार को रात्रि 8.38 बजे से लगेगा, जो कि रविवार को रात्रि 8.38 बजे तक रहेगा। इसकी अवधि रविवार के दिन 15 घंटे रहेगी।
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सोने-चांदी की खरीदारी रहेगी शुभ
पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा माना जाता है, इसलिए इसमें की गई खरीदी समृद्धिकारक होती है। पुष्य नक्षत्र की धातु सोना है जिसे खरीदने से अत्याधिक लाभ मिलेगा व 22 को शनिपुष्य व 23 को रविपुष्य का योग बनने से भूमि, भवन, वाहन व अन्य स्थाई सम्पत्ति में निवेश करने से प्रचुर लाभ प्राप्त होगा।
सोना-चांदी, बर्तन, कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक के सामान, बही खाता खरीदने का व महालक्ष्मी के पूजन की सामग्री खरीदने एवं गादी बिछाने का श्रेष्ठ मुहूर्त है।

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