Move to Jagran APP

गीता मेरी बेटी है, अब उसे अपने पास रखूंगा

पटना। तेरह साल पहले मेले में बिछड़ कर पाकिस्तान चली गई गीता मेरी बेटी है। उसे टीवी पर दे

By Edited By: Published: Wed, 21 Oct 2015 02:52 AM (IST)Updated: Wed, 21 Oct 2015 02:52 AM (IST)
गीता मेरी बेटी है, अब उसे अपने पास रखूंगा

पटना। तेरह साल पहले मेले में बिछड़ कर पाकिस्तान चली गई गीता मेरी बेटी है। उसे टीवी पर देखते ही हम पहचान गए। उसके बिछड़ने से हम अस्वस्थ हो गए हैं। जब से उसका पता चला, हम बहुत खुश हैं। गीता का एक 11-12 साल का बेटा भी है। यह कहना था गीता के पिता जर्नादन महतो का। मंगलवार को स्थानीय जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट पर दिल्ली रवाना होने से पहले जर्नादन महतो पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्हें एक मजिस्ट्रेट व तीन पुलिस अधिकारियों के साथ फ्लाइट से दिल्ली भेजा गया।

loksabha election banner

सहरसा के जर्नादन महतो ने बताया कि उन्हें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दिल्ली बुलाया है। मेरा डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। गीता मेरी बेटी है। मैंने उसे जन्म दिया है। सरकार टेस्ट करा ले। उसे अब अपने घर में ही रखेंगे। उसको ससुराल नहीं भेजेंगे। पिता ने फिर दोहराया कि उसकी शादी कबीरा के उमेश महतो से किया था, लेकिन अब उसके पास नहीं जाने देंगे। मेरे गांव कबीरा धाम के बगल में ही कबीरा है। केवल अफवाह फैलाई जा रही है कि उसका विवाह नहीं हुआ है। वह मूकबधिर है। वह सिर्फ इशारा करके अपनी बातें कहती है। अब मैं जल्दी से जल्दी अपनी बेटी गीता के पास पहुंचना चाहता हूं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.