JNU छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया का बैकग्राउंड पता करने बिहार पहुंची दिल्ली पुलिस
राष्ट्रद्रोह के आरोप में गिरफ्तार जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार के बिहार स्थित गांव में दिल्ली पुलिस पहुंची। पुलिस वहां किसी उमर नामक छात्र की तलाश में आई थी। उसने कन्हैया के बैकग्राउंड की भी जानकारी ली।
पटना। राष्ट्रद्रोह के आरोप में गिरफ्तार जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार के बेगूसराय स्थित गांव में दिल्ली पुलिस पहुंची थी। पुलिस वहां किसी उमर नामक छात्र की तलाश में आई थी। उसने कन्हैया के बैकग्राउंड की भी जानकारी ली। सूत्र बताते हैं कि ताजा कार्रवाई आइबी की एक रिपोर्ट के आधार पर की गई।
विदित हो कि बीते नौ फरवरी को जेएनयू परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में फांसी की सजा प्राप्त आतंकी अफजल गुरु के समर्थन में व देश विरोधी नारे लगाए गए थे। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया को गिरफ्तार किया है। इसे लेकर देश भर में माहौल गर्म है। इस बीच कन्हैया के मां-बाप ने अपने बेटे को निर्दोष बताया है।
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बिहार का रहने वाला है कन्हैया
बिहार के बेगूसराय जिले का रहनेवाला कन्हैया सीपीआइ की छात्र इकाई एआइएसएफ से जुड़ा है। आरोपी कन्हैया कुमार दिल्ली की एक अदालत के आदेश पर पुलिस रिमांड पर है। उसकी रिहाई के लिए जेएनयू सहित कई जगहों पर आंदोलन किए जा रहे हैं।
माता-पिता ने कहा, बेटा निर्दोष, उसे फंसाया
कन्हैया के माता-पिता बिहार के बेगूसराय जिले के मसलानपुर गांव में रहते हैं। बेगूसराय में वामपंथ की जड़ें गहरी हैं। उसकी मां मीना देवी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। बिस्तर पर पड़े कन्हैया के लकवाग्रस्त पिता जयशंकर सिंह कहते हैं कि उनके बेटे को हिन्दुत्व की राजनीति का विरोध करने के कारण फंसाया गया है।
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जयशंकर सिंह ने कहा, “कन्हैया कभी भी राष्ट्र विरोधी नहीं हो सकता है। वह अपनी उम्र के हजारों युवाओं की तरह ही राष्ट्रवादी है। वह ‘भारत माता’ का अपमान नहीं कर सकता है।
भाई बोला, गिरफ्तारी राजनीति प्रेरित
कन्हैया के भाई प्रिंस ने उसकी गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया। उसने कहा कि राष्ट्र विरोधी ताकतें आज उसके भाई और जेएनयू को राष्ट्र विरोधी बता रही हैं। यह मुद्दा सिर्फ कन्हैया तक सीमित नहीं है, बल्कि उससे काफी बड़ा है।
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