CM नीतीश के गृह जिले में शराबबंदी का उल्लंघन, 50 परिवारों पर जुर्माना
बिहार में शराबबंदी कानून उल्लंघन मामले में मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा के कैलाशपुरी गांव में पचास महादलितों परिवारों पर प्रति परिवार पांच हजार का जुर्माना लगाया गया है।
पटना [वेब डेस्क]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराबबंदी की गाज सबसे पहले उनके गृह जिला नालंदा में ही गिरी है। नालंदा के इस्लामपुर प्रखंड के कैलाशपुरी गांव के महादलित परिवारों पर शराबबंदी कानून का पालन नहीं करने पर सामूहिक जुर्माना लगाया गया है। राज्य में लागू बिहार उत्पाद (संशोधन) अधिनियम, 2016 के तहत सामूहिक जुर्माना लगाने का यह पहला प्रस्ताव है।
शराबबंदी के बाबजूद नालंदा में बड़े पैमाने पर शराब मिलने का सिलसिला जारी है। ऐसी घटनाओं पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने कैलाशपुरी गांव के 50 परिवारों पर प्रति परिवार पांच-पांच हजार रुपये का सामूहिक जुर्माना लगाया है। इस संबंध में हर घर को नोटिस भेजा जा रहा है।
नालंदा के ज़िलाधिकारी त्यागराजन एसएम ने बताया कि शराबबंदी के ख़िलाफ़ गांव में सामूहिक प्रवृत्ति पाई गई है। इसलिए, पहली नज़र में सामूहिक जुर्माने का मामला बनता है। ज़िलाधिकारी ने कहा कि हाल के दिनों में गांव में पुलिस और उत्पाद विभाग द्वारा तीन बार छापेमारी की गई, लेकिन शराब बनाने का सिलसिला थमा नहीं।
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बहरहाल, ग्रामीण इस कार्रवाई से नाराज़ हैं। दलित बहुल गांव कैलाशपुरी के शिक्षक सुरेंद्र रविदास के अनुसार यह गलत फैसला है। कुछ लोगों के कारण पूरे गांव पर जुर्माना लगाना गलत है। प्रशासन को पहले यह बताना चाहिए कि किस घर में शराब बनाया जा रहा है।
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कुछ ग्रामीणों ने कहा कि वे जुर्माना नहीं देंगे। वे प्रशासन के सामने अपना पक्ष रखेंगे। ज़िलाधिकारी के मुताबिक़ अगर सुनवाई के दौरान लोगों का पक्ष सही लगा तो उन्हें छूट भी मिल सकती है।