शराब का चक्कर: बिहार में औसतन 150 लोग प्रतिदिन पहुंच रहे जेल
बिहार में शराबबंदी के बाद अब तक छियासठ हजार से अधिक लोग जेल पहुंच चुके हैं। औसतन देखा जाये तो शराब के चक्कर में करीब 150 लोग प्रतिदिन जेल पहुंच रहे हैं।
पटना [राज्य ब्यूरो]। बिहार में पूर्ण शराबंदी लागू हुए करीब 15 माह हो गये। उत्पाद विभाग के पास पिछले पंद्रह महीने का यह आंकड़ा है कि शराब के चक्कर में अब तक 66 हजार, 322 लोग जेल पहुंच गए। जेल पहुंचने वालों में महिलाएं भी शामिल हैैं। महिलाएं सीधे-सीधे शराब के साथ पकड़ी तो नहीं गयीं पर अवैध देसी शराब के निर्माण में उनके योगदान की बात जरूर सामने आयी है।
उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल 2016 से 23 जुलाई 2017 के बीच हुई इस गिरफ्तारी में उत्पाद विभाग और पुलिस दोनों द्वारा की गयी कार्रवाई शामिल है। उत्पाद विभाग ने अपनी कार्रवाई को और तेज किए जाने के निर्देश दिए हैैं। उन इलाकों में भी कार्रवाई भी चल रही है जहां से पहले बरामदगी हुई है।
उत्पाद विभाग और पुलिस महकमे की इतनी कड़ी दबिश के बावजूद भी शराब की बरामदगी निरंतर हो रही है। बड़े-बड़े खेप पकड़े जा रहे हैैं। अप्रैल 16 से 23 जुलाई 2017 तक शराब बरामदगी का आंकड़ा यह है कि इस दौरा पांच लाख लीटर से अधिक देसी शराब बरामद हुए हैैं।
विदेशी शराब की बरामदगी देसी शराब की तुलना में अधिक है। विदेशी शराब बरामद किए जाने का आंकड़ा यह है कि पंद्रह महीने में 7.90 लाख लीटर विदेशी शराब की बरामदगी हुई है। विदेशी शराब की जो खेप बरामद हुई है उसमें अधिकतर हरियाणा से बिहार लाए गए थे। किस्म-किस्म की तकनीक का इस्तेमाल कर शराब को लाया जा रहा था। उत्तर बिहार में विदेशी शराब की बरामदगी अपेक्षाकृत अधिक हुई।
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देसी और विदेशी शराब की बरामदगी की तुलना में बीयर की बरामदगी विगत पंद्रह महीनों में अपेक्षाकृत कम रही है। बीयर के बारे में जानकारी दी गयी कि इस दौरान 11 हजार 304 लीटर जब्त हुए। इस अवधि में 61699 लीटर स्प्रिट और 18665 लीटर ताड़ी भी जब्त किया गया।
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