लालू-नीतीश याद रखो- जितना कीचड़ फेंकोगे, उतना खिलेगा कमल : पीएम मोदी
बिहार की थाली से दाल कौन छीन रहा है। नीतीश बाबू बताइए, जमाखोरो को आपने क्यों शरण दी है। इनकी जमाखोरी पर क्यों नहीं छापेमारी की जा रही है। 75 हजार किल ...और पढ़ें

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज छपरा के मढ़ौरा में पहली रैली को संबोधित किया। इसके बाद दूसरी रैली को संबोधित करते हुए मोदी महागठबंधन की जमकर खबर ली। प्रधानमंत्री की तीसरी रैली नालंदा (02.15 बजे) तथा आज की अंतिम रैली पटना जिले के नौबतपुर में (03.45 बजे) है।
मोदी के पंच
1. लेह-लद्दाख से दिवाली मनाने की शुरुआत हुई है। बिहार इस बार दो दिवाली मनाएगा। 25 सालों के जुल्म का अंत होगा। बड़े भाई-छोटे भाई की इस बार विदाई होगी।
2. आपको विश्वास दिलाता हूं कि यहां धूप में आप जो तपस्या कर रहे हैं उसे ब्याज सहित लौटाउंगा। ये चुनाव दो हिस्सों में बंटा है। एक ओर विकास है दूसरी ओर जंगल राज का डर है।
3. 2015 के चुनाव में लालू-नीतीश की ऐसी मानसिकता हो गई है कि उन्हें शर्म नहीं आती। बिहार के लोगों को तय करना है कि जंगलराज जाना चाहिए या नहीं।
4. अगर हमे बिहार को बचाना है, बिहार को बदलना है अगर बिहार को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है तो एक ही रास्ता है, उसका नाम है विकास।
5. बिहार की थाली से दाल कौन छीन रहा है। नीतीश बाबू बताइए, जमाखोरो को आपने क्यों शरण दी है। इनकी जमाखोरी पर क्यों नहीं छापेमारी की जा रही है। 75 हजार किलो टन दाल जब्त की गई, एक अकेला बिहार है जहां जमाखोरों पर कार्रवाई नहीं हुई।
6. नीतीश बाबू, ये गरीब के पेट का दर्द आपको चैन से नहीं जीने देगी। दिल्ली में दाल के दाम कम हो गए सरकारी प्रयास से, अन्य राज्यों में भी ऐसा है। इनकी नजर पहले चारे पर थी अब दाल पर टिकी हुई है। देश में ऐसी राजनीति नहीं करता है कोई। चुनाव जीतने के लिए दवाइयों को रोक कर लोगों को मरने देंगे। लोग अब समझदार हो गए हैं।
7. लोकतंत्र का पहला पाठ यहीं से सबने सीखा है। लेकिन नीतीश बाबू जिस वैशाली से लोकतंत्र का झंडा बुलंद हुआ था वहां से जंतर-मतर की बात की जा रही है। क्या लोकतंत्र में जंतर-मतर को स्थान दिया जाना चाहिए। ये वैशाली का अपमान है कि नहीं है, वैशाली का अपमान है कि नहीं है, लोकतंत्र का अपमान है कि नहीं है। ये तांत्रिक और उनके सेवादारों को हटाएंगे?
8. मैं लालू-नीतीश से पूछना चाहता हूं कि आप 25 सालों से राज कर रहे हो, फिर नौजवानों को यहां से पलायन क्यों करना पड़ता है। नौकरी के लिए बड़े शहरों में झुग्गी-झोपड़ी में रहना पड़ता है कि नहीं। लालू-नीतीश बताइए, ये मेरे बिहार का गौरव ये मेरे बिहार के नौजवानों को बिहार से बाहर किसने भेजा।मेरे बिहारियों को आपने (लालू-नीतीश) ने बाहरी बना दिया। बिहार छोड़ने को मजबूर कर दिया।
9. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, इस चुनाव में ऐसी सरकार देना चाहते हैं, जिससे यहां से नौजवानों का पलायन बंद हो जाए। यहीं उन्हें रोजगार मिले, अपने मां-बाप और दोस्तों के साथ रह सके। हमारी सरकार का ये इरादा है। विकास के लिए आपके बीच वोट मांगने आया हूं।
10. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, जब मैं विकास की बात करता हूं तो मैं छह बातों पर विशेष बल देता हूं। मैं गुमराह करने नहीं आया हूं। राज्य के लिए हमारा तीन सूत्री कार्यक्रम है...बिजली, पानी और सड़क। बिहार के परिवारों के लिए भी मेरा तीन सूत्री कार्यक्रम है - पढ़ाई, कमाई और दवाई। अगर 25 साल में कुछ न करते, इतना ही कर देते तो भी बिहार का भाग्य बदल जाता।
11. अगर बिहार में बिजली, पानी, सड़क, पढ़ाई, कमाई और दवाई होगी तो कोई राज्य बिहार से आगे निकल सकता है क्या?
12. बिहार में महागठबंधन के लोगों ने 60 साल तक राज किया है। बिहार को इतने सालों में उत्तम राज्य बना सकते थे। 35 साल तक मैडम सोनिया ने राज किया 25 साल तक छोटे भाई-बड़े भाई ने राज किया। 60 साल से बिहार को बर्बाद करने वालों को सजा देने का ये चुनाव है।
13. 25 साल जिन्होंने सरकार चलाई, उन्हें अपने काम का हिसाब देना चाहिए? देते हैं क्या? दिनरात मोदी को कोसते रहते हैं। लालू-नीतीश याद रखों, जितना कीचड़ फेंकोगे उतना ही कमल खिलेगा।
14. राघोपुर ने मुख्यमंत्री दिया, लेकिन आज भी वहां एक पुल नहीं बन सका। लोगों को नाव से पार करना पड़ता है। जब मुख्यमंत्री देने वाले इलाके का यह हाल है तो प्रदेश में विकास कर पाएंगे क्या?
15. नीतीश कुमार का एक प्रेमपत्र पढ़ा कुछ दिन पहले। उन्होंने क्या-क्या गालियां दी थी लालू को। स्वयं नीतीश कुमार जी ने लालू जी को ये चिट्ठी लिखी है। अब वे एक-दूसरे को भूलाकर आपको मूर्ख बनाने निकले हैं। ये महास्वार्थ बंधन के तीन पहचान है। तीन पार्टनर है, कांग्रेस पार्टी, जेडीयू, आरजेडी। इनकी पहचान है दंभ, दमन और दगा।

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