कुख्यात बबलू की हत्या के प्रतिशोध में गैंगवार की भी आशंका
कुख्यात बबलू दुबे की बेतिया कोर्ट में हत्या के बाद आम व खास लोग राहत में हैं। लेकिन, प्रतिशोध में बिहार व नेपाल में गैंगवार की आशंका भी पैदा हो गई है।
पूर्वी चंपारण [जेएनएन]। बिहार व पड़ोसी देश नेपाल में कुख्यात बबलू दूबे का गुरुवार को बेतिया कोर्ट में गोलियों से छलनी कर दिया गया। उसकी मौत के साथ उत्तर बिहार व नेपाल के कई जिलों में लोगों ने राहत की सांस ली है। उधर, उसकी हत्या से बिहार व नेपाल में सक्रिय गिरोह के सदस्यों में आक्रोश है। गैंगवार की आशंका बढ़ गई है।
बबलू का आतंक उत्तर बिहार के अलावा नेपाल के कई जिलों में लोगों के सिर चढ़कर बोलता था। गुरुवार की सुबह जब बबलू का खून बेतिया कोर्ट में हुआ तो उसे मारनेवाले तबतक गोली चलाते रहे, जबतक उसकी सांसें थम नहीं गईं। बताया गया है कि मौत की सूचना दोपहर बाद जंगल के आग की तरह फैली। नेपाल के लोगों को भी जानकारी हो गई कि अब व्यवसायी और आम आदमी को तमंचे की नोक पर डरानेवाला बदमाश नहीं रहा। आम और खास सभी ने राहत की सांस ली।
यह भी पढ़ें: एसिड बाथ डबल मर्डर: शहाबुद्दीन के अपील पर पटना हाईकोर्ट में सुनवाई शुरू
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र स्थित सिसवा खरार पंचायत निवासी स्व. महेश्वर दुबे के पुत्र शातिर बदमाश बबलू दुबे की हत्या से पूरे उत्तर बिहार में सनसनी है। समर्थकों में उसकी हत्या को लेकर आक्रोश है। प्रतिशोध में कोई घटना न हो, इसे लेकर खासकर पूर्वी चंपारण व पश्चिम चंपारण में पुलिस अलर्ट है। पूर्वी चंपारा के एसपी जितेंद्र राणा ने संबंधित थानों को अलर्ट किया है।
बबलू मूलत: लोगों से रंगदारी वसूल करता था। जहां से भी उसे पैसे नहीं मिलते थे, वह संबंधित व्यक्ति की हत्या कर देता था। कई बार बम विस्फोट कराकर दशहत फैलाता था। जब इस तरह के काम से पैसों की कमी हुई तो उसने मुजफ्फरपुर के सकरा में बैंक को लूटा। पुलिस ने उसे मुश्किल से पकड़ा, लेकिन उसने जेल से भी अपराध की दुनिया में अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखी।
यह भी पढ़ें: बिहार में नक्सलियों के खिलाफ CRPF की बड़ी कार्रवाई; कैंप ध्वस्त, मुठभेड़ जारी
जेल में रहकर कराया था अपहरण
बबलू ने नेपाल के प्रसिद्ध उद्योगपति सुरेश केडिया अपहरणकांड की साजिश बक्सर जेल में रहकर रची थी। उसने अपने गुर्गों से व्यवसायी को अगवा करा लिया। इसकी धमक सूबे की सरकार तक पहुंची थी। मुख्यमंत्री ने व्यवसायी की रिहाई के लिए बेतिया के एसपी विनय कुमार और मोतिहारी के एसपी जितेंद्र राणा को खास जिम्मेदारी सौंपी थी।
पुलिस का दावा है कि उसने उद्योगपति को कोटवा थानाक्षेत्र से मुक्त कराया था। लेकिन, कहा जाता है कि सुरेश केडिया को अपहर्ताओं ने सौ करोड़ की फिरौती लेकर छोड़ा था। इस घटना के बाद से बबलू नेपाल में सक्रिय हो गया था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।