बिहारः नवगछिया कोर्ट कैंपस में आठ फीट तक पानी, जजों ने यूं निपटाए काम...जानिए
भागलपुर के नवगछिया कोर्ट कैंपस में बाढ़ के कारण कोर्ट में काम असंभव हो गया है। एेसे में मंगलवार को जजों ने जरूरी कागजात पर साइन के लिए कार की बोनट का सहारा लिया।
पटना [वेब डेस्क ]। गंगा में उफान से आई बाढ़ ने नवगछिया में इतिहास बना दिया। ऐसा पहली बार हुआ कि यहां अदालत सड़क के किनारे लगी। जजों ने केस की फाइलें कार की बोनट पर रखकर देखीं और यहीं से आदेश जारी हुआ। नवगछिया में कोर्ट परिसर व जज के आवास में बाढ़ का पानी है। इस कारण अदालत का काम सड़क के किनारे चला।
असम के एक युवक की हत्या के मामले में गोपालपुर थाने की पुलिस ने तीन लोगों को कोर्ट में पेश किया था। इन तीनों को सड़क किनारे लगी अदालत में पेश किया गया। इसी तरह तिनटंगा निवासी बिरजू पासवान व रसलपुर निवासी मो.जैनुल और एटीएम कार्ड हेराफेरी मामले में सिंघिया मकंदपुर निवासी अमित मंडल को कोर्ट में पेश किया गया था। तीनों को यहां से ही जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा भेजा गया।
गंगा का पानी कोर्ट परिसर में घुसे होने के कारण नवगछिया में तैनात एडीजे सुजीत कुमार सिंह, एसीजेएम-टू संतोष कुमार, एडीजेएम दीपक कुमार, मुंसिफ मजिस्ट्रेट मानस कुमार राम आदि ने जरूरी काम सड़क के किनारे ही निपटाए। मंगलवार को कुछ वकील एनडीआरएफ की बोट से कोर्ट पहुंचे थे।
पिछले कई दिनों से नवगछिया कोर्ट पानी में डूबा हुआ है। अब काम प्रभावित होने से बचाने के लिए कोर्ट को कुछ दिनों के लिए जज के आवास पर शिफ्ट किया जा रहा है। कागजात को सुरक्षित ले जाने के लिए एनडीआरएफ की मदद ली जा रही है क्योंकि कोर्ट परिसर में करीब आठ फीट तक पानी है। एसीजेएम का दावा है कि कोर्ट के सारे अभिलेख सुरक्षित हैं।
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