बालू उठाव के खिलाफ ग्रामीण हो रहे गोलबंद
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संवाद सूत्र, पंजवारा (बांका) : चीर नदी में रविवार को 10 वर्षीय बालक मनीष कुमार की मौत पानी में डूबकर होने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश गहराने लगा है। आक्रोशित ग्रामीण इसके लिए बालू के बेतरतीब उत्खन्न को दोषी ठहरा रहे हैं। ऐसे लोगों का कहना है कि बालू के धंधे से जुड़े स्थानीय दबंगों ने नदी का सूरतेहाल बिगाड़ कर रख दिया। जेसीबी द्वारा नदी में जगह-जगह छह से दस फीट तक बड़ा बड़ा गड्ढा खोद दिया गया है। बरसात में नदी में पानी आने के बाद इन गड्ढों का पता नहीं चल पाता है। रविवार को भारतीकित्ता गांव का बालक इसी कारनामे का दुष्परिणाम है।
रविवार देर रात व सोमवार सुबह कई आक्रोशित लोगों ने बालू ढुलाई में लगे ट्रैक्टर को कई घंटे तक रोककर रखा। इसके बाद नतीजा कुछ नहीं निकला। इस मामले में कई ग्रामीणों ने कहा कि थाना से लेकर सीओ व खनन विभाग के अधिकारी को इसकी शिकायत भी की। लेकिन लोभवश या भयवश कोई पहल नहीं हुआ। फलाफल में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। इस बाबत थानाध्यक्ष आरके रंजन ने बताया कि इसकी सूचना मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

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