PM मोदी से मुलाकात का दिखने लगा असर, राष्ट्रपति पुतिन ने बोले- यूक्रेन में शांति संभव लेकिन NATO...
डिजिटल डेस्क नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात के बाद पुतिन ने यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी पर आम सहमति बनाने की संभावना जताई है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन का नाटो में शामिल होना रूस को अस्वीकार्य होगा। नाटो महासचिव ने यूक्रेन की सुरक्षा के लिए बाहरी आश्वासनों और मजबूत सेना की आवश्यकता पर जोर दिया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात का असर दिखने लगा है। पुतिन से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने यूक्रेन में शांति के लिए आम सहमति बनाने की बात कही थी। अब पुतिन का यूक्रेन को लेकर बड़ा बयान सामने आया है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी पर आम सहमति बनाना संभव है, हालांकि उन्होंने दोहराया कि मॉस्को कीव के नाटो में शामिल होने को कभी स्वीकार नहीं करेगा।
यूक्रेनी नेता वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि उनके देश के लिए सुरक्षा गारंटी, जिसमें सहयोगी देशों द्वारा प्रदान की जा सकने वाली नाटो जैसी सहायता भी शामिल है, रूस के आक्रमण के किसी भी समाधान का हिस्सा होनी चाहिए। यूक्रेन और उसके सहयोगियों ने पुतिन के साथ हुए किसी भी समझौते को कायम रखने के लिए वे क्या प्रदान कर सकते हैं, इस पर काम तेज कर दिया है।
यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के विकल्प मौजूद- पुतिन
राष्ट्रपति पुतिन ने मंगलवार को बीजिंग में स्लोवाक प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको के साथ बैठक के दौरान कहा, "अगर संघर्ष समाप्त हो जाए तो यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के विकल्प मौजूद हैं। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यहाँ आम सहमति बनाने का एक अवसर है।"
यूक्रेन का NATO में शामिल होना अस्वीकार्य- पुतिन
उन्होंने आगे कहा कि अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई दोनों नेताओं की मुलाकात में भी यह विषय उठा था। पुतिन ने कहा कि रूस को यूरोपीय संघ में यूक्रेन की संभावित सदस्यता पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) में शामिल होना हमारे लिए अस्वीकार्य होगा।
यूक्रेन में शांति के लिए सशस्त्र सेनाओं की जरूरत- NATO
नाटो महासचिव मार्क रूटे ने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए बाहरी आश्वासनों से समर्थित एक मजबूत यूक्रेनी सेना जरूरी होगी।
रूटे ने मंगलवार को लक्जमबर्ग में पत्रकारों से कहा, "शांति बनाए रखने के लिए, यूक्रेन को न केवल अपनी मजबूत सशस्त्र सेनाओं की जरूरत है, बल्कि कीव के सहयोगियों से सुरक्षा की गारंटी भी चाहिए।"
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