Rehman Dakait: कैसे हुई थी रहमान डकैत की मौत, एसएसपी चौधरी असलम से कनेक्शन या कुछ और? Inside Story
आदित्य धर की फिल्म 'धुरंधर' में अक्षय खन्ना, रहमान डकैत का किरदार निभा रहे हैं. साल 2009 में हुई रहमान डकैत की मौत एक रहस्य बनी हुई है. पुलिस के अनुसा ...और पढ़ें

रहमान डकैत की मौत- एक बड़ा रहस्य (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आदित्य धर की फिल्म 'धुरंधर' थिएटर्स में खूब धूम मचा रही है। इस फिल्म में अक्षय खन्ना अपनी जबरदस्त एक्टिंग के लिए तारीफ बटोर रहे हैं। अक्षय खन्ना ने इस फिल्म में रहमान डकैत का किरदार निभाया है।
रहमान डकैत का असली नाम सरदार अब्दुल रहमान बलूच था। इस शख्स ने 13 साल की उम्र से ही अपराध का रास्ता चुना और आगे चलकर ल्यारी का खूंखार गैंगस्टर बना। फिल्म धुरंधर में रहमान डकैत की मौत भी दिखाई गई है, लेकिन इस गैंगस्टर की हत्या कैसे हुई, ये बात सालों से एक बड़ा राज बनी हुई है।
रहमान डकैत की मौत
साल 2009 में रहमान डकैत अपने तीन साथियों अकील बलूच, ऑरंगजेब बाबा और नजीर बाला के साथ लिंक रोड के रास्ते कराची जा रहा था। वहीं एसएसपी चौधरी असलम के साथ पुलिस फोर्स नेशनल हाईवे पर आई।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, रहमान डकैत और उसके साथियों ने पुलिस पर गोली बरसानी शुरू कर दीं। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें गैंगस्टर बुरी तरह घायल हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस रहमान डकैत को अस्पताल लेकर जा रही थी, लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
पाकिस्तानी आउटलेट से बात करते हुए उस समय एसएसपी चौधरी असलम ने कहा था कि इस इन्वेस्टिगेशन टीम का एसएसपी होने के नाते मैं ये बात कंफर्म करता हूं कि यही रहमान डकैत है।
धुरंधर फिल्म में क्या दिखाया गया?
धुरंधर फिल्म में संजय दत्त ने चौधरी असलम और रणवीर सिंह ने हमजा अली का किरदार निभाया है। फिल्म में असलम, रहमान डकैत को अपनी कस्टडी में लेता है। वहीं हमजा अली, ल्यारी का किंग बनने के लिए एसएसपी से हाथ मिला लेता है और रहमान डकैत को मारने की साजिश रचता है।
रहमान डकैत के लिए लंबी प्लानिंग के बाद ये खूंखार गैंगस्टर पकड़ा जाता है और चौधरी असलम उसके गले पर बंदूक रखकर गोली चला देता है। फिल्म में असलम, हमजा से कहता है कि इसके गले को दबाए रखो, जिससे अस्पताल ले जाने तक खून ज्यादा न बहे।
रहमान डकैत का फेक एनकाउंटर
रहमान डकैत की मौत को लेकर एक और कहानी सामने आई है। इस खूंखार गैंगस्टर की मौत के बाद इसकी पत्नी सिंध हाईकोर्ट गई थी, जहां उसने दावा किया था कि रहमान डकैत का फेक एनकाउंटर किया गया।
रहमान डकैत की पत्नी ने दायर याचिका में कहा कि उसका पति बिजनेस मीटिंग के लिए बलूचिस्तान जा रहा था। इस बीच 9 अगस्त, 2009 को शाम 5 से 5:30 बजे के बीच कोस्टल हाईवे पर जीरो प्वाइंट के साथ पुलिस ने उसकी गाड़ी को रोका। यहां से रहमान डकैत और उसके साथियों को किडनैप कर लिया गया।
रहमान डकैत की पत्नी ने दावा किया कि उसके पति और बाकी तीनों साथियों को किडनैप करके किसी गुप्त जगह ले जाया गया। पुलिस ने 10 अगस्त, 2009 को इन चारों दोस्तों का स्टील टाउन पुलिस स्टेशन के पास फेक एनकाउंटर किया। रहमान डकैत की पत्नी ने यहां तक कहा कि उसका पति एक समाजसेवी था।

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