फेक न्यूज फैला रहे पाक के विदेश मंत्री… भाजपा बोली- इतना झूठ कि पाकिस्तानी अखबार को ही करना पड़ा फैक्ट चेक
पाकिस्तान के डिप्टी पीएम इशाक डार के एक दावे को पाकिस्तानी अखबार ने ही फर्जी बताया है। डार ने दावा किया था कि ब्रिटिश अखबार टेलीग्राफ ने पाकिस्तान एयरफोर्स को आसमान का बादशाह कहा है। पीआईबी ने भी इसे फर्जी पाया जिसके बाद भाजपा ने पाकिस्तान पर निशाना साधा। अमित मालवीय ने इसे पाकिस्तान का प्रोपेगेंडा करार दिया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। झूठ और फेक न्यूज के दावों पर फल-फूल रही पाकिस्तान सरकार का चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया है। दरअसल पाकिस्तान के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री इशाक डार ने अपनी नेशनल असेंबली में दावा किया कि ब्रिटिश अखबार डेली टेलीग्राफ में पाकिस्तान एयरफोर्स को आसमान का बादशाह कहा गया है।
इशाक डार के इस दावे की उन्हीं के देश के अखबार डॉन ने हवा निकाल दी। डॉन ने इस दावे का फैक्ट चेक कर उसे फर्जी बताया। भारत सरकार की एजेंसी पीआईबी ने भी फैक्ट चेक में इस दावे को फर्जी पाया। इसके बाद भाजपा ने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा है।
अमित मालवीय ने कसा तंज
भाजपा नेता अमित मालवीय ने लिखा, 'पाकिस्तान का प्रोपेगेंडा बेनकाब हो रहा है। अपनी छवि बचाने के लिए पाकिस्तान के डिप्टी पीएम इशाक डार अपनी देश की सीनेट को फर्जी पोस्ट बताकर मिसलीड कर रहे हैं।'
Pakistan’s propaganda is quickly falling apart, exposing a web of lies and desperation. In a blatant attempt to save face, Deputy Prime Minister Ishaq Dar misled the country’s Senate by claiming that The Telegraph had declared the Pakistan Air Force as the “Undisputed King of the… pic.twitter.com/MBA6gVb5M6
— Amit Malviya (@amitmalviya) May 16, 2025
मालवीय ने लिखा कि 'इस दावे में इतना झूठ था कि खुद पाकिस्तान के अखबार डॉन को फैक्ट चेक के लिए मजबूर होना पड़ा।' बता दें कि सोशल मीडिया पर डेली टेलीग्राफ की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें पाकिस्तान एयरफोर्स को आकाश का राजा लिखा हुआ था।
फर्जी पोस्ट में कई गलतियां
- पीआईबी ने इस तस्वीर को एआई जनरेटेड बताया और कहा कि ऐसी कोई खबर ब्रिटिश अखबार ने कभी प्रकाशित नहीं की। इसके बार भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए लिखा कि पाकिस्तानी सेना के अलावा केवल राहुल गांधी की कांग्रेस लोगों को बेवकूफ समझकर झूठ बोलती है।
- पाकिस्तानी अखबार डॉन ने पाया कि इस फेक तस्वीर को 10 मई को कई सोशल मीडिया यूजर्स ने शेयर किया था। इस फर्जी पोस्ट में अंग्रेजी की कई गलतियां थीं। इस फर्जी तस्वीर को ही आधार बनाकर इशाक डार ने नेशनल असेंबली में बयान दिया था।
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